लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जहांगीरपुरी हिंसा के बाद अवैध निर्माण पर हुई बुलडोजर की कार्रवाई को लेकर बीजेपी पर हमला बोला है। अखिलेश ने केंद्र सरकार पर सियासी वॉर करते हुए कहा कि बीजेपी बुलडोजर को अपनी गैरकानूनी ताकत दिखाने का प्रतीक बना लिया है. बीजेपी नेता गैर कानूनी तरीके से […]
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जहांगीरपुरी हिंसा के बाद अवैध निर्माण पर हुई बुलडोजर की कार्रवाई को लेकर बीजेपी पर हमला बोला है। अखिलेश ने केंद्र सरकार पर सियासी वॉर करते हुए कहा कि बीजेपी बुलडोजर को अपनी गैरकानूनी ताकत दिखाने का प्रतीक बना लिया है. बीजेपी नेता गैर कानूनी तरीके से अपने विरोधियों के निर्माण को अवैध घोषित कर बुलडोजर चलवा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब जनता भाजपाइयों के घरों, कार्यालयों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों के निर्माण की वैधता की जांच कर आंदोलन छेड़ेगी की और सबके सामने लाएगी।
अखिलेश यादव ने एक और ट्वीट किया और कहा कि ‘बीजेपी ने बुलडोजर को अपनी गैर कानूनी ताकत दिखाने का प्रतीक बना लिया है. मुसलमान व अन्य अल्पसंख्यक पिछड़े व दलित इनके निशाने पर है. उन्होंने लिखा कि अब केंद्र के उन्मादों का शिकार हिंदू भी हो रहे है. बीजेपी दरअसल, संविधान पर ही ये बुलडोजर चला रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को बुलडोजर ही अपना प्रतीक चिन्ह बना लेना चाहिए।
समाजवादी अध्यक्ष ने कहा कि संविधान और सर्वोच्च न्यायालय की भावना के विरुद्ध दिल्ली के जहांगीरपुरी में चलाया गया बुलडोजर गंगा-जमुनी तहजीब, अमन, सद्भावना और गरीब की रोटी छीनने का एक और प्रयास है. मानवाधिकार को कुचलने वाले ये संदेश विश्व पटल पर भारत की सांस्कृतिक और लोकतांत्रिक विरासत को धूमिल करेगा। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में नफरत की सीढ़ी से सत्ता के शिखर पर पहुंचने वाली बीजेपी आईडिया ऑफ़ इंडिया को कुचल रही है. भाजपाई मॉडल का ये न्यू इंडिया सर्वधर्म सम्भाव कि भारतीय संस्कृति को बुलडोज कर रहा है. बीजेपी की सरकार देश भर में वैमनस्यता फैला रही है।
हाल ही में रामनवमी और हनुमान जयंती के उपलक्ष में कई राज्य में हुई हिंसा को लेकर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने केंद्र पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सरकार का काम राष्ट्र का निर्माण करना है ना कि उसे गिराना। मोदी सरकार के इस खराब आचरण के चलते सरकार ने लाखों नागरिकों का विश्वास खो दिया है। उन्होंने कहा, “दुनिया भर में भारत की छवि गिर रही है. मैं विदेश में अपने दोस्तों से जो कुछ भी सुनता हूं, वह बहुत ही नकारात्मक है. हमें अल्पसंख्यक उत्पीड़न और इस्लामोफोबिया से पहचाना जा रहा है. हम एक समय अपने लोकतंत्र और विविधता के लिए सम्मान से देखा जाता था…बीजेपी जिम्मेदार है.”