लखनऊ/नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू और बीजेपी नेता अपर्णा यादव के फिर से सपा में जाने की अटकलें हैं. बताया जा रहा है कि अपर्णा बीजेपी से नाराज हैं और वह बहुत जल्द सपा का दामन थाम सकती हैं. मालूम हो कि यूपी की योगी सरकार ने बबिता […]
लखनऊ/नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू और बीजेपी नेता अपर्णा यादव के फिर से सपा में जाने की अटकलें हैं. बताया जा रहा है कि अपर्णा बीजेपी से नाराज हैं और वह बहुत जल्द सपा का दामन थाम सकती हैं. मालूम हो कि यूपी की योगी सरकार ने बबिता चौहान को उत्तर प्रदेश महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया है, वहीं अपर्णा यादव को महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया है.
इस बीच समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया है. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा है, “46 में 56” का हास्यास्पद और अपुष्ट दावा करने वाले, ऊपर से लेकर नीचे तक सभी प्रमुख पदों पर ‘100 में 100’ अपने ही लोग बैठाए हुए हैं. क्या वो अपने से इतर ‘औरों’ को इन पदों के लिए योग्य नहीं समझते हैं या फिर सिर पर लटकी हुई दिल्ली की तलवार की वजह से किसी को विश्वास योग्य नहीं समझते हैं. भाजपा अंदरूनी अविश्वास का शिकार है. पदस्थापना, कार्रवाई, निर्णय और आदेश का आधार न्याय होना चाहिए, जाति नहीं.
बता दें कि अखिलेश की इस पोस्ट को लेकर अपर्णा यादव से जोड़कर देख रहे हैं. बताया जा रहा है कि अपर्णा यूपी महिला आयोग की उपाध्यक्ष बनने से खुश नहीं हैं. वह यूपी महिला आयोग का अध्यक्ष बनना चाहती थीं, लेकिन उन्हें उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है. यही वजह है कि अपर्णा अब फिर से समाजवादी पार्टी में शामिल होने की संभावनाओं को तलाश रही हैं. इस बीच अपर्णा ने अपने चाचा ससुर शिवपाल यादव और उनकी धर्मपत्नी सरला यादव से मुलाकात की है. जिसके बाद उनके सपा में जाने की चर्चा ने और जोर पकड़ लिया है.
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