लखनऊ/नई दिल्ली: यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बीच जारी खींचतान की चर्चा जोरों पर है. इस बीच समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने बिना नाम लिए केशव मौर्य को बड़ा ऑफर दिया है. उन्होंने गुरुवार सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा- मानसून ऑफर; सौ […]
लखनऊ/नई दिल्ली: यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बीच जारी खींचतान की चर्चा जोरों पर है. इस बीच समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने बिना नाम लिए केशव मौर्य को बड़ा ऑफर दिया है. उन्होंने गुरुवार सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा- मानसून ऑफर; सौ लाओ, सरकार बनाओ!
सपा प्रमुख के ऑफर के बाद अब लखनऊ के सियासी गलियारों में चर्चा है कि क्या सच में यूपी में ऐसा कुछ हो सकता है. क्या केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व में 100 बीजेपी विधायक पाला बदल सकते हैं? राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ऐसा हो पाना करीब-करीब असंभव है. 2022 के चुनाव में खुद अपनी विधानसभा हार गए केशव मौर्य के पास सौ भाजपा विधायकों का समर्थन होगा ये बात किसी को हजम नहीं होगी. ऐसे में अखिलेश यादव का ऑफर बीजेपी की अंदरूनी कलह पर किया गया तंज है, उसके अलावा कुछ नहीं.
कुल विधायकों की संख्या- 403
सत्ताधारी एनडीए- 283
विपक्ष I.N.D.I.A- 107
रिक्त सीटें- 10
बता दें कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खराब प्रदर्शन के बाद योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले केशव को दिल्ली आलाकमान से ज्यादा भाव नहीं मिला है. बताया जा रहा है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात का वक्त मांगा था. लेकिन दोनों शीर्ष नेताओं से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई. जिसके बाद अब वह खाली हाथ यूपी लौट आए हैं. जानकारी के मुताबिक बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने केशव मौर्य को पीएम मोदी का संदेश सुनाया है. इसके साथ ही उन्हें अपने पद पर बने रहने के लिए भी कहा है.