अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने शरिया कोर्ट की तर्ज पर पहले हिंदू कोर्ट की स्थापना की है. जिस तरह इस्लाम के नियमों के अनुसार शरिया कोर्ट में फैसले किए जाते हैं वैसे ही हिंदू कोर्ट हिंदू समुदाय के लोगों की परेशानियां दूर की जाएंगी.
नई दिल्ली. मुस्लिम समाज के शरिया कोर्ट की तर्ज पर बुधवार 15 अगस्त को स्वत्रंता दिवस के मौके पर अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने पहला हिंदू कोर्ट बनाया है. जैसे शरिया कोर्ट में इस्लाम के नियमों के अनुसार मुस्लिम समुदाय के लोगों की परेशानिया हल की जाती हैं, ऐसे ही हिंदू कोर्ट धर्म से जुड़े मामलों के लिए बनाया गया है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले में यूपी के मेरठ में पार्टी कार्यालय में सेरेमनी का आयोजन हुआ जहां इस कोर्ट का पहला जज चुन लिया गया.
अखिल भारतीय हिंदू महासभा के उपाध्यक्ष पंडित अशोक शर्मा ने बताया कि उन्होंने कुछ दिनों पहले शरिया कोर्ट को चैलेंज करते हुए पूछा था कि जब संविधान सभी के लिए समान है तो ये कोर्ट क्यों चल रहे हैं. अशोक शर्मा ने आगे कहा कि उन्होंने इस बारे में हमने सरकार को भी पत्र लिखकर इस मामले में कहा लेकिन कई एक्शन नहीं लिया गया. जिसके बाद अब शिया कोर्ट की तरह हिंदू कोर्ट भी बनाया जाएगा.
गौरतलब है कि अखिल भारतीय हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडे इस कोर्ट की पहली जज की नियु्क्ति की गई है. पूजा शकुन पांडे ने इस मामले में कहा कि उनके पास पूरी तरह तैयार जेल होंगी और कोर्ट अधिकतम सजा मैौत देगा. बता दें कि पार्टी मेंबर्स 2 अक्टूबर गांधी जयंति के मौके पर कोर्ट के नियम प्रकट करेगी. इसके साथ नवंबर 15 में 5 जजों को देश के अलग-अलग हिस्से से नियुक्त किया जाएगा जिससे हिंदुओं को देश के 5 हिस्सों में न्याय मिल सके.
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