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अजमेर दरगाह प्रमुख बोले मंदिर ढूंढते रह जाओगे, मोहन भागवत बोलते क्यों नहीं!

अजमेर शरीफ दरगाह में महादेव मंदिर होने का विवाद बढ़ता जा रहा है. दरगाह के प्रमुख सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान का जिक्र करते हुए कहा है कि मस्जिदों में कब तक शिव मंदिर ढूंढोगे. आज तक ऐसे विवादों का हल झगड़े से निकला है क्या!

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Ajmer Dargah Pramukh Ali Khan & RSS Chief Mohan Bhagwat
  • November 29, 2024 8:22 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 month ago

अजमेर. अजमेर दरगाह के प्रमुख सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने दरगाह में महादेव मंदिर होने और कोर्ट में याचिका दाखिल होने पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के 2022 में दिये गये बयान की याद दिलाई है जिसमें उन्होंने कहा था कि मस्जिदों में कब तक मंदिर ढूंढोगे? अली खान ने कहा कि ऐसे तो ढूंढते रह जाओगे. साथ में उन्होंने यह भी जोड़ा कि उनके पास हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के वकीलों का पैनल है वह उनसे राय मशविरा करने के बाद ही कोई कदम उठाएंगे.

कब तक मस्जिदों में मंदिर ढूंढोगे

अजमेर दरगाह के प्रमुख ने कहा कि कोई भी अदालत का दरवाजा खटखटाने के लिए स्वतंत्र है लेकिन सुनवाई और सबूत पेश करने के बाद ही किसी नतीजे तक पहुंचा जा सकता है न कि एकतरफा. उन्होंने यह भी कहा कि सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए ऐसी याचिकाएं दाखिल की जाती है. न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि कब तक मस्जिद के अंदर शिव मंदिर ढूंढोगे. संभल में जो हुआ उसकी जितनी निंदा की जाय कम है. आखिर जो हुआ उससे क्या हल निकला. पांच लोगों की जान चली गई जिनमें से दो के घर कोई और कमाने वाला नहीं है लेकिन इसका उन्हें मलाल नहीं.


मोहन भागवत की बातों पर ध्यान दें

दरगाह प्रमुख ने सवालिया लहजे में कहा कि 1947 से देश के प्रधानमंत्री गरीबनवाज के लिए चादर भेजते आ रहे हैं. कई राज्यों के मुख्यमंत्री और राज्यपाल भी चादर भेजते हैं. आरएसएस प्रमुख की ओर से चादर चढ़ाई जाती है. उनकी भावनाओं का क्या करेंगे जो हिंदू अपनी दुकान खोलेने से पहले उसकी चाबी सीढ़ियों पर रख जाते हैं. महिलाएं अपने बच्चों को लेकर मस्जिद के बाहर खड़ी रहती हैं कि कोई मस्जिद से नमाज पढ़कर जाए तो उनके बच्चों को फूंक मारता जाए ताकि बच्चे की बीमारी ठीक हो जाए.

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