Aishwarya Rai Summoned: मुंबई. पनामा पेपर्स मामले में ED ने आज ऐश्वर्या राय को पूछताछ ( Aishwarya Rai Summoned ) के लिए बुलाया था, ऐश्वर्या राय पूछताछ के लिए ED के दफ्तर पहुँच चुकी हैं और उनसे पूछताछ हो रही है. पूछताछ स्थगित करने की गुज़ारिश कर चुकी ऐश ( Aishwarya Rai Summoned ) पनामा […]
मुंबई. पनामा पेपर्स मामले में ED ने आज ऐश्वर्या राय को पूछताछ ( Aishwarya Rai Summoned ) के लिए बुलाया था, ऐश्वर्या राय पूछताछ के लिए ED के दफ्तर पहुँच चुकी हैं और उनसे पूछताछ हो रही है.
पनामा पेपर्स मामले में ईडी लंबे समय से जाँच कर रही है. इस मामले में ईडी ने आज अभिनेत्री ऐश्वर्या राय को पूछताछ के लिए बुलाया था. ऐश्वर्या राय पूछताछ के लिए ED के दफ्तर पहुँच चुकी हैं. बता दें कि इससे पहले दो बार ऐश पूछताछ को स्थगित करने की गुज़ारिश कर चुकी हैं. यह गुज़ारिश पनामा पेपर्स लीक की जांच कर रही स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम के सामने की गई थी.
पनामा पेपर्स मामले में ED पहले भी कई बड़ी हस्तियों से पूछताछ कर चुकी है, इस कड़ी में ED ने क्रिकेटर्स, नेता, अभिनेता, खिलाड़ी, बिजनेसमैन सभी से पूछताछ कर चुकी है. इस मामले में ED अभिषेक बच्चन से पहले ही पूछताछ कर चुकी है. इस दौरान अभिषेक ने ED के सामने कुछ दस्तावेज़ भी पेश किए थे. ED इस मामले की जांच काफी लंबे समय से कर रही है.
बात आज से करीब 6 साल पहले 2016 की है जब, ब्रिटेन में पनामा की लॉ फर्म के 1.15 करोड़ टैक्स डॉक्युमेंट लीक हो गए थे. इस मामले में विश्व के कई दिगज्ज नेताओं, कारोबारियों और हस्तियों के नाम सामने आए थे. सिर्फ अपने देश की बात करें तो यहाँ 500 लोगों के नाम सामने आए थे. इसमें सदी के महनायक अमिताभ बच्चन का परिवार भी शामिल था. ऐसी जानकारी है कि अमिताभ बच्चन को 4 कंपनियों का डायरेक्टर बनाया गया था. इनमें से तीन बहामास में थीं, जबकि एक वर्जिन आइलैंड्स में थी. इन कंपनियों को 1993 में तैयार किया गया था. बात इन कंपनियों की कैपिटल्स की करें तो वे 5 हजार से 50 हजार डॉलर के बीच थी, हालाँकि ये कंपनियां उन शिप्स का कारोबार कर रही थीं, जिनकी कीमत करोड़ों में थी.
बच्चन परिवार से ही ऐश्वर्या को पहले एक कंपनी का डायरेक्टर बनाया गया था. इसके बाद उन्हें कंपनी का शेयर होल्डर डिक्लेयर किया गया. कंपनी का नाम अमिक पार्टनर्स प्राइवेट लिमिटेड था जिसका हेडक्वार्टर वर्जिन आइलैंड्स में था. इसमें ऐश्वर्या के अलावा उनके पिता के. राय, मां वृंदा राय और भाई आदित्य राय भी कंपनी में उनके पार्टनर थे. कम्पनी के निर्माण की बात करें तो कंपनी को साल 2005 में तैयार किया गया था और इसके अगले तीन साल बाद यानी कि 2008 में ही यह कंपनी बंद हो गई.