AIMPLB Meeting On Ayodhya Case: अयोध्या रामजन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद पर आए सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) आज लखनऊ में बड़ी बैठक करेगा. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) की तरफ से लखनऊ के इस्लामिक शिक्षण केंद्र दारुल उलूम नदवातुल उलेमा (नदवा कॉलेज) में यह बैठक बुलाई गई है. AIMPLB की इस बैठक में अयोध्या फैसले पर पनुर्विचार याचिका दाखिल करने नया न करने और मस्जिद के लिए 5 एकड़ जमीन लेने या न लेने के मुद्दे पर अंतिम फैसला लिया जाएगा. बोर्ड की इस बैठक में शामिल होने के लिए एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी लखनऊ पहुंच गए हैं.
लखनऊ. AIMPLB Meeting On Ayodhya Case: अयोध्या रामजन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद पर आए सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) आज लखनऊ में बड़ी बैठक करेगा. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) की तरफ से लखनऊ के इस्लामिक शिक्षण केंद्र दारुल उलूम नदवातुल उलेमा (नदवा कॉलेज) में यह बैठक बुलाई गई है. AIMPLB की इस बैठक में आयोध्या फैसले पर पुनर्विचार याचिका दाखिल करने और मस्जिद के लिए 5 एकड़ जमीन लेने या न लेने के मुद्दे पर अंतिम फैसला लिया जाएगा.
लखनऊ के नदवा कॉलेज में अयोध्या मसले पर होने वाली ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) की इस अहम बैठक में शामिल होने के लिए एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी और दूसरे अन्य मुस्लिम नेता पहुंच गए हैं. दशकों पुराने अयोध्या मसले पर अभी एक हफ्ते पहले सुप्रीम कोर्ट ने अंतिम फैसला सुनाया है. अगर पर्सनल लॉ बोर्ड पुनर्विचार याचिका दायर करता है तो यह मामला एक बार फिर अदालत में पहुंच जाएगा. सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऐतिहासिक फैसले में विवादित 2.77 एकड़ जमीन रामलला विराजमान को दी है. वहीं मुस्लिम पक्ष को मस्जिद निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन देने का निर्देश दिया है.
हालांकि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के सभी सदस्य अयोध्या मसले पर रिव्यू पिटीशन दाखिल करने के पक्ष में नहीं है. शिया धर्मगुरू मौलाना कल्बे जव्वाद पहले ही कह चुके हैं कि देश को दोबारा इस मसले में डालना वाजिब नहीं है. वहीं शनिवार को हुई बोर्ड की बैठक में मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी और सुन्नी वक्फ बोर्ड ने हिस्सा लिया था. दोनों ही पहले कह चुके हैं कि वह इस मामले में कोई रिव्यू पिटीशन दाखिल नहीं करेंगे.
Lucknow: AIMIM chief Asaduddin Owaisi and others arrive for the All India Muslim Personal Law Board (AIMPLB) meeting, over the Supreme Court verdict in Ayodhya case. pic.twitter.com/09D21TsNad
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 17, 2019
हालांकि सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील रहे जाफरयाब जिलानी और उनके समर्थक अयोध्या मसले पर पुनर्विचार याचिका दाखिल करने के पक्ष में हैं. उनका तर्क है कि जब कानूनी रूप से पुनर्विचार याचिका दाखिल करने का विकल्प खुला हुआ है तो हमें इसका इस्तेमाल करना चाहिए. वही मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कुछ सदस्यों का कहना है कि जब एक बड़ी समस्या का अंत हो गया है. ऐसे में अब इस मामले को यहीं खत्म कर देना चाहिए.
यूपी की योगी सरकार में मंत्री मोहसिन रजा ने अयोध्या फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका पर मंथन के लिए लखनऊ में आयोजित ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक पर सवाल उठाए हैं. रजा ने कहा है कि यह संस्था देश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रही है. मोहसिन रजा ने कहा कि अगर AIMPLB को मीटिंग करनी ही थी तो हैदराबाद में या दिल्ली में कर लेते. उत्तर प्रदेश में मीटिंग करने का क्या मतलब है. इस बात की जांच होनी चाहिए कि इस संस्था की फंडिंग कौन कर रहा है.