सत्ययुग दर्शन विद्यालय के प्रिंसिपल डॉ. अरुण कुमार शर्मा ने बताया कि अतुल का चार साल का बेटा उनके विद्यालय का छात्र है। प्रिंसिपल ने बच्चे के एडमिशन से जुड़े दस्तावेज भी साझा किए हैं, जिसमें उसका एडमिशन फॉर्म भी शामिल है।
नई दिल्ली। एआई इंजीनियर अतुल सुभाष के माता-पिता ने बच्चे की कस्टडी के लिए याचिका दायर की थी। उनका कहना है कि बच्चा लापता है और उन्हें उसकी सुरक्षा का डर है। कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी है। अब हरियाणा के फरीदाबाद स्थित सतयुग दर्शन विद्यालय ने इस संबंध में बेंगलुरु पुलिस को जानकारी दी है। स्कूल ने बताया है कि वह फिलहाल स्कूल के हॉस्टल में रह रहा है। स्कूल ने बताया कि फिलहाल सर्दियों की छुट्टियां चल रही हैं और छुट्टियों में बच्चे को घर ले जाने के लिए कोई नहीं आया है। छुट्टियों के दौरान स्कूल की निगरानी में उसके लिए हॉस्टल में रहने की व्यवस्था की गई है।
सतयुग दर्शन विद्यालय के प्रिंसिपल डॉ. अरुण कुमार शर्मा ने इस संबंध में मराठाहल्ली पुलिस स्टेशन की जांच के बारे में एक पत्र लिखा। पुलिस सब-इंस्पेक्टर को संबोधित पत्र में कहा गया है कि अतुल का चार साल का बेटा उनके विद्यालय का छात्र है। बेंगलुरु पुलिस द्वारा अतुल सुभाष और निकिता सिंघानिया के चार साल के बेटे के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में स्कूल से एक पत्र मिला है। प्रिंसिपल ने बच्चे के एडमिशन से जुड़े दस्तावेज भी साझा किए हैं, जिसमें उसका एडमिशन फॉर्म भी शामिल है।
अतुल सुभाष और निकिता सिंघानिया के चार साल के बेटे के बारे में बेंगलुरु पुलिस द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में आईएएनएस को स्कूल से एक पत्र मिला है। प्रिंसिपल ने बच्चे के एडमिशन से जुड़े दस्तावेज भी साझा किए हैं, जो अब आईएएनएस के पास हैं। एडमिशन फॉर्म में निकिता सिंघानिया ने दावा किया है कि वह बच्चे की सिंगल पैरेंट हैं और उन्होंने पिता की जानकारी वाले कॉलम को हटा दिया है। दस्तावेज में कहा गया है कि लड़का फिलहाल हॉस्टल में रह रहा है और उसने स्कूल में नर्सरी क्लास में एडमिशन लिया है। लड़के की मां निकिता सिंघानिया ने खुद स्कूल में उसके एडमिशन की प्रक्रिया पूरी की थी।
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