SIT Report On Gujarat Riots: नई दिल्ली। गुजरात दंगा मामले में गुजरात पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा कोर्ट में दाखिल किए गए हलफनामें को लेकर भाजपा कांग्रेस पार्टी के ऊपर हमलावर हो गई है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके राजनीतिक सलाहकार […]
नई दिल्ली। गुजरात दंगा मामले में गुजरात पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा कोर्ट में दाखिल किए गए हलफनामें को लेकर भाजपा कांग्रेस पार्टी के ऊपर हमलावर हो गई है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके राजनीतिक सलाहकार रहे अहमद पटेल पर गुजरात सरकार के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया। जिसपर अब अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव को देखते हुए इस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं और विपक्ष की छवि को खराब किया जा रहा है।
अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल ने इस मामले पर कहा है कि ये पूरी तरह राजनीतिक षणयंत्र है। जिसे चुनाव से पहले किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि अगर आरोपों में सच्चाई है तो मेरे पिता के खिलाफ उस समय कार्रवाई क्यों नहीं की गई। मुमताज ने कहा कि केंद्र ने 2020 तक मेरे पिता पर इतनी बड़ी साजिश रचने के लिए मुकदमा क्यों नहीं चलाया?
बता दें कि 2002 के गुजरात दंगों पर एसआईटी के हलफनामे में कहा गया है कि अहमद पटेल के इशारे पर, तीस्ता सीतलवाड़ और अन्य ने गुजरात सरकार को अस्थिर करने की साजिश रची थी।
गुजरात पुलिस के विशेष जांच दल (एसाआईटी) की ओर से अदालत में दाखिल किए हलफनामे में बताया गया है कि तीस्ता सीतलवाड़ का इस साजिश को अंजाम देने का उद्देश्य गुजरात बीजेपी सरकार को गिराना था। हलफनामे में ये भी आरोप लगाया गया है कि तीस्ता ने बेगुनाहों को गलत तरीके से फंसाकर बीजेपी की प्रतिद्धंदी राजनीतिक पार्टियों से अवैध वित्तीय लाभ और पुरस्कार प्राप्त किए थे।
तीस्ता सीतलवाड़ के पूर्व सहयोगी जफर सरेशवाला ने भी उनके ऊपर कई संगीन आरोप लगाए है। जफर ने एक टीवी इंटरव्यू में ये दावा किया था कि तीस्ता सीतलवाड़ तत्कालीन केंद्र की यूपीए सरकार के इशारे पर अपना एजेंडा चला रही थीं। सरेशवाला ने कहा था कि तीस्ता को धन और शोहरत बटोरने में बहुत दिलचस्पी थी। वो गुजरात दंगो के पीड़ितों के नाम पर विदेश से काफी मात्रा में धन बटोरती थीं। लेकिन पैसों का इस्तेमाल किसी भी पीड़ित की मदद के लिए नहीं किया।
सरेशवाला ने अपने टीवी इंटरव्यू में तीस्ता सीतलवाड़ के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल का भी नाम लिया था। उन्होंने कहा था कि तीस्ता ये सारी साजिश कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व के एक नेता के इशारे पर कर रही थी। बता दें कि जफर सरेशवाला मौलाना आजाद उर्दू विश्वविद्यालय हैदराबाद के पूर्व कुलपित और कारोबारी हैं।
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