मुंबई: जलवायु परिवर्तन का असर अब महाराष्ट्र में फसलों पर दिखने लगा है। महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले में बादल छाए हुए हैं। इसका असर सबसे ज्यादा मिर्च की फसल में देखने को मिलता है। बादल छाए रहने के चलते मिर्च की फसल में भूरा रोग का प्रकोप भी बढ़ रहा है। जिसके चलते उत्पादन में […]
मुंबई: जलवायु परिवर्तन का असर अब महाराष्ट्र में फसलों पर दिखने लगा है। महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले में बादल छाए हुए हैं। इसका असर सबसे ज्यादा मिर्च की फसल में देखने को मिलता है। बादल छाए रहने के चलते मिर्च की फसल में भूरा रोग का प्रकोप भी बढ़ रहा है। जिसके चलते उत्पादन में भारी कमी आ सकती है। इससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है। बताते चलें अधिकांश मिर्च दुरबार जिले में उगाई जाती हैं।
राज्य के कुछ हिस्सों में बहुत ठंड पड़ती है, जबकि अन्य में बादल छाए रहते हैं। इस बदलते मौसम से किसान बेहद परेशान है। कृषि फसलों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के कारण कीटों का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। इससे किसानों को भारी मात्रा में आर्थिक नुकसान हो रहा है। जलवायु परिवर्तन के कारण नंदुरबार जिले के मिर्च किसान डरे हुए हैं। बादल छाए रहने के कारण मिर्च पर भूरी रोग का प्रकोप हो गया था जिससे अब फसल के उत्पादन घट सकता है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक़ आज से धीरे-धीरे ठंड बढ़ेगी। कुछ दिनों पहले कई जगहों पर बारिश हुई थी। लेकिन अब चक्रवाती तूफान मांडोस का असर काफी हद तक खत्म हो गया है। इससे प्रदेश में एक बार फिर ठंड बढ़ रही है. पश्चिमी महाराष्ट्र के मराठवाड़ा, विदर्भ में कड़ाके की ठंड देखने को मिल रही है। दिसंबर के बचे हुए बाकी के 10 दिनों में ठंड और भी बढ़ेगी। आपको बता दें, इस कारण इस वर्ष मिर्च के उत्पादन में भारी कमी आने की संभावना है। किसानों को डर है कि मिर्च के उत्पादन में गिरावट के कारण लागत की भरपाई नहीं हो पाएगी।