अग्निपथ पर संग्राम: बिहार-बंगाल के बाद दिल्ली में भी भड़की हिंसा, यूपी में पुलिस चौकी फूंकी

नई दिल्ली, सेना में भर्ती की नई स्कीम ‘अग्निपथ योजना’ का विरोध शुक्रवार को भी जारी है. सुबह-सुबह ही यूपी-बिहार में कई ट्रेनों को फूंक दिया गया, वहीं अब अग्निपथ प्रदर्शन की आग बढ़ते-बढ़ते बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर, राजस्थान और उत्तराखंड से होते हुए दिल्ली तक पहुंच चुकी है. उधर, केंद्र सरकार की […]

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अग्निपथ पर संग्राम: बिहार-बंगाल के बाद दिल्ली में भी भड़की हिंसा, यूपी में पुलिस चौकी फूंकी

Aanchal Pandey

  • June 17, 2022 3:54 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली, सेना में भर्ती की नई स्कीम ‘अग्निपथ योजना’ का विरोध शुक्रवार को भी जारी है. सुबह-सुबह ही यूपी-बिहार में कई ट्रेनों को फूंक दिया गया, वहीं अब अग्निपथ प्रदर्शन की आग बढ़ते-बढ़ते बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर, राजस्थान और उत्तराखंड से होते हुए दिल्ली तक पहुंच चुकी है. उधर, केंद्र सरकार की इस नई योजना का राजनीतिक दलों भी विरोध कर रहे हैं.

दिल्ली मेट्रो के गेट बंद

अग्निपथ योजना को लेकर हो रहे विवाद के बीच दिल्ली मेट्रो ने भी सावधानी बरती है, बढ़ते प्रदर्शन को देखते हुए ITO स्टेशन के गेट नंबर 1 और ढांसा स्टेशन के गेट नंबर 1 और 2 को बंद कर दिया गया है, वहीं, जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन के भी गेट बंद कर दिए हैं.

गुरुग्राम में धारा 144 लागू

अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन को देखते हुए गुरुग्राम में धारा 144 लगा दी गई है. यहां अब एक साथ किसी जगह पर चार लोग नहीं जुट सकते. वहीं, पुलिस ने कहा है कि वे लोगों को सड़क पर प्रदर्शन नहीं करने देंगे.’

स्कीम का विरोध क्यों कर रहे युवा?

बिहार समेत कई राज्यों के छात्र अग्निपथ स्कीम के नियमों पर नाराज हैं, उनका कहना है कि अग्निपथ स्कीम में चार साल के कॉन्ट्रैक्ट में सेना में भर्ती किया जाएगा. फिर उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति (रिटायरमेंट) दे दी जाएगी और ग्रैजुटी या पेंशन जैसे लाभ भी नहीं मिलेंगे जो कि उनकी नजर में ठीक नहीं है.

देश में अग्निपथ स्कीम को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्र बेहद गुस्से में नजर आए. प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि हम सेना में जाने के लिए बहुत कड़ी मेहनत करते हैं. इसे चार साल के लिए सीमित कैसे किया जा सकता है? जिसमें ट्रेनिंग के दिन और छुट्टियां भी शामिल हों? सिर्फ तीन साल की ट्रेनिंग के बाद हम देश की सुरक्षा कैसे कर सकते हैं? सरकार को इस स्कीम को वापस लेना चाहिए या इसमें बदलाव करने चाहिए. वहीं, अन्य लोगों का ये भी कहना है कि वे चार साल के बाद काम करने कहां जाएंगे? चार साल की सर्विस के बाद वे लोग बेघर हो जाएंगे. इसलिए वे लोग सड़कों पर उतरे हैं. प्रदर्शनकारी ने कहा कि देश के नेताओं को समझना होगा कि जनता जागरूक है.

 

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