पटना। केंद्र सरकार द्वारा सेना में शॉर्ट टर्म भर्ती योजना की नई स्कीम को लेकर मोदी सरकार घिरती नजर आ रही है. एक तरफ पूरे देश में अग्निपथ योजना का विरोध हो रहा है. युवाओं का सबसे ज्यादा विरोध यूपी और बिहार में देखने को मिल रहा है। कई जगहों पर कल प्रदर्शन ने हिंसक […]
पटना। केंद्र सरकार द्वारा सेना में शॉर्ट टर्म भर्ती योजना की नई स्कीम को लेकर मोदी सरकार घिरती नजर आ रही है. एक तरफ पूरे देश में अग्निपथ योजना का विरोध हो रहा है. युवाओं का सबसे ज्यादा विरोध यूपी और बिहार में देखने को मिल रहा है। कई जगहों पर कल प्रदर्शन ने हिंसक रूप भी ले लिया और पथराव और आगजनी की खबरें सामने आई है। आज भी अग्निपथ योजना के खिलाफ देश के अलग-अलग हिस्से से विरोध-प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। बता दें कि, इसी बीच कुछ छात्र संगठनों ने बिहार बंद का आह्वान किया है. छात्र संगठनों ने शॉर्ट टर्म भर्ती योजना के विरोध में आज बिहार बंद करने का ऐलान किया है. इस बिहार बंद में ऐलान के बाद छात्र संगठनों का लेफ्ट और महागठबंधन के दलों ने भी समर्थन दिया है.
बता दें कि बिहार में सेना में चार साल की सेवा की नई योजना के विरोध में कुछ छात्र संगठनों ने बिहार बंद का आह्वान किया है. इस ऐलान के बाद महागठबंधन के कई दल छात्रों और युवाओं के समर्थन में उतर गए हैं. अग्निपथ योजना के विरोध में आइसा के साथ ही सेना भर्ती जवान मोर्चा और रोजगार संघर्ष संयुक्त मोर्चा ने बिहार बंद का आह्वान किया है. छात्र संगठनों ने अग्निपथ योजना वापस लिए जाने के लिए सरकार को 72 घंटे का अल्टीमेटम तक दिया है.
गौरतलब है कि छात्र संगठनों के मुताबिक सरकार अपनी शॉर्ट टर्म भर्ती योजना को वापस नहीं लेती है तो उनके प्रदर्शन अगले स्तर पर पहुंच जाएंगे. जिस दौरान वह बिहार बंद के बाद भारत बंद का ऐलान कर सकते हैं. बता दें कि आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि वह बिहार बंद के इस आह्वान को नैतिक तौर पर समर्थन कर रहे हैं.
देशभर में अग्निपथ स्कीम का सबसे ज्यादा विरोध बिहार और यूपी में देखा जा रहा है. इसके विरोध में बिहार के लगभग 22 जिलों में लगातार चल रहे अग्निपथ योजना के विरोध में अपना प्रदर्शन जारी रखते हुए छात्रों और हजारों की तादाद में युवाओं ने रेलवे को निशाना बनाया है. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आठ ट्रेनों का आग के हवाले कर दिया.
देशभर में अग्निपथ योजना के विरोध में हुए प्रदर्शन के कारण सबसे ज्यादा नुकसान भारतीय रेलवे को उठाना पड़ रहा है. अब तक 340 ट्रेनें इन प्रदर्शनों से प्रभावित होने के कारण रेलवे को तकरीबन 40 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है. इसी बीच बिहार के 12 जिलों में 19 जून तक इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई है.
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