अग्निपथ योजना: वायुसेना भर्ती के लिए 3 दिन में आए 56,960 आवेदन

नई दिल्ली, केंद्र सरकार की शॉर्ट टर्म भर्ती योजना अग्निपथ को लेकर पूरे देश में बवाल हुआ. इस योजना का विरोध युवाओं समेत कई राजनीतिक पार्टियों ने भी किया. इन उग्र प्रदर्शन के बीच भी सरकार इस योजना को लेकर आई. जहां 14 जून को इस योजना की शुरुआत हुई थी. अब तक आए इतने […]

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अग्निपथ योजना: वायुसेना भर्ती के लिए 3 दिन में आए 56,960 आवेदन

Riya Kumari

  • June 27, 2022 3:49 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली, केंद्र सरकार की शॉर्ट टर्म भर्ती योजना अग्निपथ को लेकर पूरे देश में बवाल हुआ. इस योजना का विरोध युवाओं समेत कई राजनीतिक पार्टियों ने भी किया. इन उग्र प्रदर्शन के बीच भी सरकार इस योजना को लेकर आई. जहां 14 जून को इस योजना की शुरुआत हुई थी.

अब तक आए इतने आवेदन

भारतीय वायु सेना (IAF) में अग्निपथ योजना के तहत भर्ती के लिए भारी संख्या ने युवकों ने आवेदन दिए हैं. इस बात की जानकारी IAF(इंडियन एयर फोर्स) ने दी है. जानकारी के अनुसार रविवार तक वायुसेना में भर्ती के लिए कुल 56,960 आवेदन प्राप्त हुए हैं. बता दें, अभी भी इस योजना के खिलाफ कई राज्यों में विरोध जारी है. जहां हिंसक प्रदर्शन के बाद अग्निपथ स्कीम के तहत भर्ती के लिए शुक्रवार से रजिस्ट्रेशन प्रोसेस शुरू हुई थी. यानी आवेदनों के यह आंकड़े कुल तीन दिन के हैं. तीन दिन के अंदर भर्ती के लिए करीब 57 हजार अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. बता दें, इस योजना के तहत केवल साढ़े 17 से 21 वर्ष की आयु के युवाओं को सेना में चार साल के कार्यकाल के लिए शामिल किया जाएगा, इन आवेदकों में से 25 प्रतिशत को बाद में नियमित सेवा के लिए शामिल किया जाएगा.

IAF ने ट्वीट के द्वारा दी जानकारी

इन आंकड़ों को जारी करते हुए भारतीय वायुसेना की ओर से रविवार को ट्वीट किया गया. इस ट्वीट में लिखा गया, “56960! अग्निपथ भर्ती आवेदन प्रक्रिया के जवाब में https://agnipathvayu.cdac.in पर भविष्य के अग्निपथ से अब तक प्राप्त आवेदनों की कुल संख्या है. रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 5 जुलाई को बंद हो जाएगी.”

अग्निपथ योजना पर घमासान

बता दें कि तीनों सेनाओं में भर्ती प्रक्रिया कोरोना महामारी की वजह से पिछले दो सालों से रुकी हुई थी। जिसके बाद केंद्र सरकार और सेना की ओर से अग्निपथ योजना लॉन्च की गई। इस योजना के जरिए भर्ती होने वाले 75 प्रतिशत जवान चार साल बाद रिटायर हो जाएंगे। सिर्फ चार साल के लिए सेना में भर्ती को लेकर देश के कई राज्यों में इस योजना का भारी विरोध हो रहा है। आक्रोशित युवाओं के साथ विपक्षी दल भी लगातार सरकार को घेर रहे है। हालांकि सेना की तरफ से स्पष्ट कहा गया है कि योजना वापस नहीं होगी और इसी के तहत आगे की भी भर्तियां होंगीं।

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