नई दिल्ली, सेना में भर्ती की नई स्कीम ‘अग्निपथ योजना’ का विरोध शुक्रवार को भी जारी है. सुबह-सुबह ही यूपी-बिहार में कई ट्रेनों को फूंक दिया गया, वहीं अब अग्निपथ प्रदर्शन की आग बढ़ते-बढ़ते बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर, राजस्थान और उत्तराखंड से होते हुए दिल्ली तक पहुंच चुकी है. उधर, केंद्र सरकार की […]
नई दिल्ली, सेना में भर्ती की नई स्कीम ‘अग्निपथ योजना’ का विरोध शुक्रवार को भी जारी है. सुबह-सुबह ही यूपी-बिहार में कई ट्रेनों को फूंक दिया गया, वहीं अब अग्निपथ प्रदर्शन की आग बढ़ते-बढ़ते बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर, राजस्थान और उत्तराखंड से होते हुए दिल्ली तक पहुंच चुकी है. उधर, केंद्र सरकार की इस नई योजना का राजनीतिक दलों भी विरोध कर रहे हैं. इसी बीच आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे का बयान सामने आया है.
अग्निपथ योजना को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन पर आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे ने बताया कि कब तक पहले अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी. उन्होंने कहा कि अगले दो दिनों में भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. भारतीय सेना की वेबसाइट http://joinindianarmy.nic.in पर भर्ती का नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस साल दिसंबर तक सेना को पहला अग्निवीर मिल जाएगा और अगले साल के मध्य तक तीनों सेनाओं में इनकी ऑपरेशनल और नॉन-ऑपरेशनल तैनाती भी कर दी जाएगी, इसलिए चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है.
अग्निपथ योजना को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन पर आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडेय ने कहा कि इस समय युवाओं को इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं है इसलिए ये विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. एक बार इसका हिस्सा बनने और पूरी बात को समझने के बाद वे इस स्कीम का विरोध नहीं करेंगे.
बिहार समेत कई राज्यों के छात्र अग्निपथ स्कीम के नियमों पर नाराज हैं, उनका कहना है कि अग्निपथ स्कीम में चार साल के कॉन्ट्रैक्ट में सेना में भर्ती किया जाएगा. फिर उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति (रिटायरमेंट) दे दी जाएगी और ग्रैजुटी या पेंशन जैसे लाभ भी नहीं मिलेंगे जो कि उनकी नजर में ठीक नहीं है.
देश में अग्निपथ स्कीम को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्र बेहद गुस्से में नजर आए. प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि हम सेना में जाने के लिए बहुत कड़ी मेहनत करते हैं. इसे चार साल के लिए सीमित कैसे किया जा सकता है? जिसमें ट्रेनिंग के दिन और छुट्टियां भी शामिल हों? सिर्फ तीन साल की ट्रेनिंग के बाद हम देश की सुरक्षा कैसे कर सकते हैं? सरकार को इस स्कीम को वापस लेना चाहिए या इसमें बदलाव करने चाहिए. वहीं, अन्य लोगों का ये भी कहना है कि वे चार साल के बाद काम करने कहां जाएंगे? चार साल की सर्विस के बाद वे लोग बेघर हो जाएंगे. इसलिए वे लोग सड़कों पर उतरे हैं. प्रदर्शनकारी ने कहा कि देश के नेताओं को समझना होगा कि जनता जागरूक है.
अग्निपथ योजना का देशभर में हो रहा विरोध? जानें क्यों भड़के हैं युवा