कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद बड़े अधिकारियों पर गिरी गाज, 32 IPS के तबादले

जयपुर। राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद प्रशासनिक अधिकारियों पर गाज गिरने लग गई हैं। राजस्थान सरकार ने गुरुवार देर रात को 32 आईपीएस अधिकारियों के तबादले की सूची जारी की है, जिसमें उदयपुर के आईजी हिंगलाज दान और एसपी मनोज कुमार का भी नाम शामिल है. इन दोनों पर सरकार ने कार्रवाई […]

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कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद बड़े अधिकारियों पर गिरी गाज, 32 IPS के तबादले

Mohmmed Suhail Mewati

  • July 1, 2022 11:02 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

जयपुर। राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद प्रशासनिक अधिकारियों पर गाज गिरने लग गई हैं। राजस्थान सरकार ने गुरुवार देर रात को 32 आईपीएस अधिकारियों के तबादले की सूची जारी की है, जिसमें उदयपुर के आईजी हिंगलाज दान और एसपी मनोज कुमार का भी नाम शामिल है. इन दोनों पर सरकार ने कार्रवाई करते हुए उदयपुर से हटाकर कम महत्व की जगह पर भेज दिया गया है. इसी तरह करौली मे हुए सांप्रदायिक हिंसा की वजह से वहां के एसपी शैलेंद्र कुमार को भी हटा दिया गया था।

आरोपियों को स्थानीय अदालत में पेश किया गया

बता दें कि उदयपुर की एक स्थानीय अदालत ने दर्जी कन्हैयालाल की हत्या के दोनों आरोपियों को 13 जुलाई तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. आरोपी रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद को एक पुलिस वैन में अदालत लाया गया था. इन दोनों अपराधियों के चेहरे ढके हुए थे और उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत में पेश किया गया. आरोपियों को राजसमंद जिले के भीम क्षेत्र से घटना के कुछ घंटों बाद उस समय गिरफ्तार किया गया जब वो मोटरसाइकिल से भागने की कोशिश कर रहे थे.

एनएआई कट्टरपंथी समूहों की भूमिका की कर रही जांच

एनआईए इस मामले में ‘स्थानीय स्व-कट्टरपंथी’ समूहों की भूमिका और दो मुख्य आरोपियों से जु़ड़े अन्य तार की जांच कर रहा है. एनआईए अधिकारियों ने बताया कि वे दोनों एक मोबाइल ऐप के जरिये पाकिस्तानी सुन्नी इस्लामी संगठन दावत-ए-इस्लामी के सदस्य बने थे और उनमें से एक पाकिस्तान में कुछ लोगों के संपर्क में था. हालांकि, उन्होंने कहा कि किसी निष्कर्ष पर पहुंचना अभी जल्दबाजी होगी.

क्या है मामला?

दरअसल, बीते मंगलवार राजस्थान के उदयपुर में दर्ज़ी कन्हैयालाल की निर्मम हत्या कर दी गई थी. आरोपियों ने इस हत्या को करने से पहले वीडियो बनाया, हत्या करते समय वीडियो बनाया और हत्या को कबूल करते हुए भी एक वीडियो बनाया. जहां हत्यारें इन वीडियोज़ में पीएम नरेंद्र मोदी को भी धमकाते नज़र आए थे. इस हत्याकांड के पीछे कारण बस इतना था कि मृतक कन्हैयालाल के आठ वर्षीय बेटे ने उनके सोशल मीडिया अकाउंट से भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा के खिलाफ पोस्ट कर दिया था

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