नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी से एक के बाद एक वरिष्ठ नेताओं ने महत्वपूर्ण पदों से इस्तीफा दे दिया. जिसके बाद से पार्टी के अंदर हड़कंप मच गया है। बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने हिमाचल प्रदेश चुनाव 2022 के लिए कांग्रेस की संचालन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे […]
नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी से एक के बाद एक वरिष्ठ नेताओं ने महत्वपूर्ण पदों से इस्तीफा दे दिया. जिसके बाद से पार्टी के अंदर हड़कंप मच गया है। बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने हिमाचल प्रदेश चुनाव 2022 के लिए कांग्रेस की संचालन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. जिसके बाद पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजीव शुक्ला को मामले को सुलझाने की जिम्मेदारी सौंप दी है.
बता दें कि कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने ट्वीट कर इस्तीफे की जानकारी दी. उन्होंने इस्तीफे का कारण पार्टी में उनके साथ किए जा रहे बर्ताव को बताया. आनंद ने कहा कि निरंतर बहिष्कार और अपमान के कारण एक स्वाभिमानी होने के नाते उनके पास कोई विकल्प नहीं बचा था.
I have resigned with a heavy heart from the Chairmanship of the Steering Committee of the Congress for the Himachal Elections. Reiterating that I am a lifelong congressman and remain firm on my convictions. 1/2
— Anand Sharma (@AnandSharmaINC) August 21, 2022
वहीं, आनंद शर्मा ने ट्वीट में आगे लिखा कि, ”मैंने हिमाचल चुनाव के लिए कांग्रेस की संचालन समिति की अध्यक्षता से भारी दिल के साथ इस्तीफा दे दिया है, यह दोहराते हुए कि मैं आजीवन कांग्रेसी हूं और अपने भरोसे पर कायम हूं. मेरे खून में दौड़ने वाली कांग्रेस की विचारधारा के लिए प्रतिबद्ध हूं, इस बारे में कोई संदेह न रहे! हालांकि, निरंतर बहिष्कार और अपमान को देखते हुए एक स्वाभिमानी व्यक्ति के रूप में मेरे पास कोई अन्य विकल्प नहीं बचा था.
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला को आनंद शर्मा को मनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, आनंद ने महत्वपूर्ण पद से इस्तीफ ऐसे समय दिया है जब हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव करीब है. इसी साल नवंबर में हिमाचल में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. आनंद शर्मा को मनाने गए कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि, ”आनंद शर्मा कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य और बड़े नेता है. वह राज्य चुनाव समिति के सदस्य हैं. हमारा दायित्व बनता है कि उनसे बात करें. उनके साथ हमारे अच्छे संबंध हैं और वह पार्टी के लिए समर्पित हैं.
राजीव शुक्ला ने आनंद शर्मा के इस्तीफे को लेकर कहा कि, ‘यह एक आंतरिक मामला है और वह असंतुष्ट नहीं हैं. उन्होंने खुद कहा था कि वह पार्टी के लिए प्रचार करेंगे. राजीव शुक्ला ने कहा कि शर्मा पार्टी से नाराज नहीं है. कहा जा रहा है कि आनंद शर्मा ने एक पत्र के द्वारा सोनिया गांधी से कहा है कि विधानसभा चुनाव के संबंध में रणनीति और योजना बनाने की किसी बैठक में उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया और न ही उनसे सुझाव लिया गया.