नई दिल्ली: नीट के बाद अब यूपीपीएससी-जे मेंस की परीक्षा में गड़बड़ी का मामला सामने आया है, इसमें 50 कॉपियां बदली गई थीं, इस मामले में पांच अधिकारी दोषी पाए गए हैं जिसमें तीन को निलंबित कर दिया गया. वहीं यूपीपीएससी द्वारा पर्यवेक्षणीय अधिकारी उपसचिव सतीशचंद्र मिश्र के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है, जबकि […]
नई दिल्ली: नीट के बाद अब यूपीपीएससी-जे मेंस की परीक्षा में गड़बड़ी का मामला सामने आया है, इसमें 50 कॉपियां बदली गई थीं, इस मामले में पांच अधिकारी दोषी पाए गए हैं जिसमें तीन को निलंबित कर दिया गया.
वहीं यूपीपीएससी द्वारा पर्यवेक्षणीय अधिकारी उपसचिव सतीशचंद्र मिश्र के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है, जबकि एक रिटायर्ड महिला अधिकारी के खिलाफ शासन से अनुमति मांगी है. मुख्य परीक्षा में अनुत्तीर्ण अभ्यर्थी श्रवण पांडेय ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर बताया था कि कॉपी पर उनकी लिखावट नहीं है. कॉपी बदले जाने के आरोपों पर हाईकोर्ट ने आयोग से जवाब मांगा था. इसके बाद जांच में खुलासा हुआ कि एक नहीं, बल्कि कुल 50 कॉपियां बदले गए हैं.
इस पर आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत के निर्देश पर सहायक समीक्षा अधिकारी भगवती देवी, अनुभाग अधिकारी शिवशंकर और समीक्षा अधिकारी नीलम शुक्ला को निलंबित कर दिया गया. वहीं पर्यवेक्षणीय अधिकारी उपसचिव मिश्र के खिलाफ कार्रवाई की गई और उन्हें आरोप पत्र भी जारी किया जाएगा. सेवानिवृत्त हो चुकीं सहायक समीक्षा अधिकारी चंद्रकला को भी दोषी ठहराया गया है. आयोग सेवानिवृत्त कर्मचारी के खिलाफ सीधे कार्रवाई नहीं कर सकता, इसको लेकर नियम 351-ए के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन से अनुमति मांगी गई है. मंजूरी मिलने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
इस कॉपियों के ऊपर कोडिंग की गई ताकि मूल्यांकन के दौरान अभ्यर्थियों की पहचान छिपी रहे. मूल्यांकन के बाद रोल नंबर अंकित किए जाते हैं. वहीं कोडिंग की प्रक्रिया में गलती हुई और इसी वजह से सभी 50 कॉपियां एक-दूसरे से बदल गईं. वहीं भविष्य में ऐसी गलती न हो, इसको लेकर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं.
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