नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ देश के नामचीन पहलवानों का दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन जारी है। इस बीच देश के कई दिग्गज खिलाड़ी पहलवानों के समर्थन में सामने आए हैं। पहले ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने ट्वीट कर पहलवानों के धरने का समर्थन किया, वहीं अब […]
नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ देश के नामचीन पहलवानों का दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन जारी है। इस बीच देश के कई दिग्गज खिलाड़ी पहलवानों के समर्थन में सामने आए हैं। पहले ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने ट्वीट कर पहलवानों के धरने का समर्थन किया, वहीं अब पूर्व क्रिकेटर कपिल देव ने पहलवानों के लिए न्याय मांगा है।
1983 में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के कप्तान रहे कपिल देव ने इंस्टाग्राम पर स्टोरी पोस्ट कर पहलवानों के धरने का समर्थन किया है। उन्होंने बजरंग, विनेश समेत अन्य पहलवानों की प्रेस कॉन्फ्रेंस की स्टोरी पोस्ट करते हुए पूछा है कि ‘क्या उन्हें कभी न्याय मिलेगा?’
ओलंपियन नीरज चोपड़ा ने ट्विटर पर लिखा है कि एक देश के रूप में हम हर व्यक्ति और खिलाड़ी के सम्मान की रक्षा के लिए जिम्मेदार हैं। यह जो हो रहा है कि वो कभी नहीं होना चाहिए था। यह बेहद संवेदनशील मुद्दा है और इसका निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से निपटारा होना चाहिए। खिलाड़ियों का न्याय सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों के ऊपर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।
इससे पहले धरना दे रहीं पहलवान विनेश फोगाट ने शीर्ष खिलाड़ियों की चुप्पी पर सवाल उठाया था। विनेश ने कहा था कि उन्हें ये देखकर पीड़ा हुई है कि स्टार क्रिकेटर्स और देश के दूसरे शीर्ष खिलाड़ी इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं। एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में विनेश ने कहा कि क्रिकेट को पूरा देश पूजता है, लेकिन एक भी क्रिकेटर ने इस मुद्दे पर बात नहीं की है। उन्होंने क्रिकेट के साथ ही बैडमिंटन, एथलेटिक्स और बॉक्सिंग समेत सभी खिलाड़ियों के बारे में ये बात कही थी।
बता दें कि दिल्ली के जंतर मंतर पर पहलवानों का ये दूसरा धरना है, इससे पहले जनवरी महीने में भी पहलवानों ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दिया था। 18 जनवरी 2023 को कुश्ती महासंघ और पहलवानों के बीच ये विवाद सबके सामने आया था, जब जंतर-मंतर पर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया समेत कई दिग्गज पहलवान जुटे थे। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ऊपर यौन शोषण समेत कई गंभीर आरोप लगाए थे और उन्हें पद से हटाने की मांग की थी। खेल मंत्रालय द्वारा जांच कमेटी गठित किए जाने के बाद उन्होंने अपना धरना खत्म किया था। लेकिन WFI अध्यक्ष के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने पर पहलवान एक बार फिर धरने पर बैठ गए हैं।
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