नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में बहुमत से पिछड़ने के बाद भारतीय जनता पार्टी राज्यसभा में भी कमजोर हो गई है. संसद के उच्च सदन कहे जाने वाले राज्यसभा में बीजेपी सांसदों की संख्या 86 हो गई हैं. बता दें कि पिछले कुछ सालों में ऐसा पहली बार हुआ है कि राज्यसभा में भाजपा के सांसदों […]
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में बहुमत से पिछड़ने के बाद भारतीय जनता पार्टी राज्यसभा में भी कमजोर हो गई है. संसद के उच्च सदन कहे जाने वाले राज्यसभा में बीजेपी सांसदों की संख्या 86 हो गई हैं. बता दें कि पिछले कुछ सालों में ऐसा पहली बार हुआ है कि राज्यसभा में भाजपा के सांसदों की संख्या 90 से कम हुई है.
बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से नामित चार सदस्यों का कार्यकाल शनिवार को समाप्त हो गया. जिसके बाद राज्यसभा में भाजपा सांसदों की संख्या 86 पहुंच गई. बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन की बात करें तो ऊपरी सदन में एनडीए सांसदों की संख्या 101 है, जो बहुमत से कम है.
मालूम हो कि अभी राज्यसभा में फिलहाल 226 सदस्य हैं. वहीं 19 राज्यसभा सीटें अभी खाली हैं. इनमें जम्मू-कश्मीर से 4, नामित सदस्यों की चार सीटें हैं. बाकी बची हुईं 11 सीटें देश के अलग-अलग राज्यों की हैं, जिसमें बिहार, असम, हरियाणा, तेलंगाना, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश और त्रिपुरा शामिल हैं.
राज्यसभा से जो सदस्य रिटायर हुए हैं उनमें राम शकल, महेश जेठमलानी, राकेश सिन्हा और सोनल मान सिंह शामिल हैं. राज्यसभा में मनोनीत होने के बाद इन सभी सांसदों ने औपचारिक रूप से भाजपा को समर्थन दिया था. अब इन सदस्यों के रिटायरमेंट के बाद बीजेपी को महत्वपूर्ण बिल राज्यसभा से पास कराने में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है.
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