सबरीमाला पर फैसले के बाद अब मुस्लिम महिलाएं सुन्नी मस्जिदों में नमाज पढ़ने की मांग को लेकर जाएंगी सुप्रीम कोर्ट

सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर सुप्रीम कोर्ट की ओर से आए फैसले के बाद अब मुस्लिम महिलाएं भी सुन्नी मस्जिदों में प्रवेश के लिए कोर्ट जाने की तैयारी कर रही है. मुस्लिम महिला फोरम 'नीसा' ने फैसला किया है कि वे मस्जिदों में महिलाओं को नमाज पढ़ने की पांबदी हटवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.

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सबरीमाला पर फैसले के बाद अब मुस्लिम महिलाएं सुन्नी मस्जिदों में नमाज पढ़ने की मांग को लेकर जाएंगी सुप्रीम कोर्ट

Aanchal Pandey

  • October 10, 2018 7:51 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

नई दिल्ली. केरल की सबरीमाला मंदिर में महिलाओं की एंट्री को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब मुस्लिम महिलाओं ने सुन्नी मस्जिदों में प्रवेश की मांग उठाई है. मुस्लिम महिला फोरम ‘नीसा’ ने फैसला किया है कि वे इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे. नीसा अध्यक्ष वीपी जुहरा ने कहा है कि उनका ग्रुप अगले सप्ताह इस मामले को सर्वोच्च अदालत लेकर जाएगा. बता दें कि सुन्नी मस्जिदों में महिलाओं को नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं दी जाती है. 

वीपी जुहरा ने बताया कि मस्जिदों में महिलाओं को नमाज पढ़ने पर पांबदी होती है. वर्तमान में जब सुप्रीम कोर्ट सबरीमाला परिसर में हिंदू महिलाओं के प्रवेश की इजाजत दे सकता है. तो मुस्लिम महिलाओं पर ये पाबंदी क्यों. इसके लिए हमने निर्णय लिया है कि हम मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाएंगे. उन्होंने आगे कहा कि पैगंबर मोहम्मद साहब के समय पर भी महिलाएं मस्जिदों में नमाज के लिए जाती थी.

वीपी जुहरा ने आगे कहा कि जब पैंगबर साहब खुद इस बात की वकालत करते थे तो भारत में महिलाएं यह सब क्यों झेल रही हैं. उन्होंने बताया कि वे इस मामले में एडवोकेट की सलाह लेकर ही आगे बढ़ रही हैं. बता दें कि यह मांग सुप्रीम कोर्ट के 28 सितंबर को सबरीमाला मंदिर पर दिए उस फैसले पर उठी है जिसमें मंदिर परिसर के अंदर महिलाओं के प्रवेश को कोर्ट ने सही ठहराया था.

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