लखनऊ: पश्चिम यूपी के बड़े मुस्लिम नेताओं में गिने जाने वाले इमरान मसूद आज घर वापसी कर कांग्रेस में शामिल हो गए. इस दौरान उन्होंने अपनी पुरानी पार्टी बसपा पर जमकर निशाना साधा. मसूद ने कहा कि मैंने बहुजन समाज पार्टी से छुट्टी नहीं ली, बीएसपी ने मुझे छोड़ा था. उन्होंने कहा कि बसपा प्रमुख […]
लखनऊ: पश्चिम यूपी के बड़े मुस्लिम नेताओं में गिने जाने वाले इमरान मसूद आज घर वापसी कर कांग्रेस में शामिल हो गए. इस दौरान उन्होंने अपनी पुरानी पार्टी बसपा पर जमकर निशाना साधा. मसूद ने कहा कि मैंने बहुजन समाज पार्टी से छुट्टी नहीं ली, बीएसपी ने मुझे छोड़ा था. उन्होंने कहा कि बसपा प्रमुख मायावती पार्टी नेताओं से नहीं मिलती हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं कभी भी कांग्रेस नहीं छोड़ना चाहता था. मैं ऊपर वाले का शुक्रगुजार हूं कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने मंजूरी दी और मैं कांग्रेस में फिर से शामिल हो पाया.
इस बीच कांग्रेस में वापसी पर इमरान मसूद ने कहा है कि मौजूदा हालात में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा की है. उसके बाद से परिवर्तन का युग शुरू हुआ है. पहले भी जब मैं पार्टी में था तो वहां काम करने का एक शानदार अनुभव मिला लेकिन दुर्भाग्य से एक-डेढ़ साल तक मैं पार्टी का हिस्सा नहीं रहा. हालांकि अब मैं ‘घर वापसी’ कर रहा हूं.
बता दें कि हाल ही में मुजफ्फरनगर में एक कार्यक्रम के दौरान सभा को संबोधित करते हुए इमरान ने कहा था कि मुसलमानों को एकजुट होकर कांग्रेस का समर्थन करना चाहिए क्योंकि उनके लिए कांग्रेस ही एकमात्र विकल्प है. कांग्रेस नेता अब्बास अली खान के आवास पर उन्होंने कहा कि वर्तमान में दो ही विचारधारा रह गया है. मुसलमान, दलित और ब्राह्मण कांग्रेस के परम्परागत वोटर रहे हैं. यदि मुसलमान इधर लौट जाएं तो ब्रह्मण भी आ जायेंगे.
बता दें कि वर्ष 2022 में इमरान कांग्रेस छोड़कर सपा में शामिल हुए थे, इसके बाद समाजवादी पार्टी को झटका देते हुए बसपा का दामन थाम लिया था. बसपा ने इमरान मसूद को पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया था. इमरान मसूद उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा मुस्लिम चेहरा हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सीटों पर इमरान मसूद की अच्छी पकड़ है. 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने अखिलेश यादव का हाथ थामा लेकिन बाद में मायावती के साथ आ गये. बाद में इमरान मसूद को बिना कारण बताये नोटिस दिए हुए पार्टी से बाहर कर दिया गया.
वहीं इमरान मसूद के सियासी सफर की बात करें तो उन्होंने सहारनपुर में अपना वर्चस्व स्थापित किया हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उनकी लीडरशिप काफी मजबूत है. सहारनपुर के गंगोह इलाके के एक संपन्न परिवार में जन्में इमरान मसूद अपने विवादित बयानों के कारण सुर्ख़ियों में रहते हैं. इनके दादा जी काज़ी मसूद का अपने इलाके में काफी धाक था. इनके परिवार को गंगोह घराना भी कहा जाता है. ऐसा माना जाता है कि इमरान मसूद का परिवार सहारनपुर में इकलौता सियासी घराना रहा है.