हर घर तिरंगा अभियान: नई दिल्ली। केंद्र सरकार के हर घर तिरंगा अभियान को लेकर कांग्रेस-बीजेपी के बीच घमासना मचा हुआ है। जहां एक ओर बीजेपी कांग्रेस पर तिरंगे को लेकर राजनीति करने का आरोप लगा रही है, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस भी भाजपा पर निशाना साध रही है। इसी बीच कांग्रेस नेता और लोकसभा […]
नई दिल्ली। केंद्र सरकार के हर घर तिरंगा अभियान को लेकर कांग्रेस-बीजेपी के बीच घमासना मचा हुआ है। जहां एक ओर बीजेपी कांग्रेस पर तिरंगे को लेकर राजनीति करने का आरोप लगा रही है, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस भी भाजपा पर निशाना साध रही है। इसी बीच कांग्रेस नेता और लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि भाजपा आजादी के बाद तिरंगे के खिलाफ थी। लेकिन आज इसे लेकर आम लोगों को गुमराह कर रही है।
अधीर रंजन चौधरी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भाजपा ने कभी तिरंगा को माना नहीं था। भाजपा आज़ादी के बाद तिरंगा के खिलाफ थी और यह लोग आज तिरंगा सामने रखकर हिंदुस्तान के आम लोगों को गुमराह कर रहे हैं। हिंदुस्तान के लोग जानते हैं तिरंगा मतलब गांधी। इतिहास गवाह है कि आज़ादी की लड़ाई में भाजपा की क्या भुमिका रही है।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि जवाहर लाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, रफी अहमद किदवई आदि ने मिलकर नेशनल हेराल्ड की शुरुआत की थी जिससे भारत के लोगों को आज़ादी की जंग में शामिल कर सकें। आज इसे और कांग्रेस की छवी को धूमिल करने के लिए जांच एजेंसी ईडी का दुरुपयोग किया जा रहा है।
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमारे ख़िलाफ़ ही नहीं देश के हर विपक्षी पार्टी के ख़िलाफ़ ED का इस्तेमाल सरकारों को अस्थिर करने में हो रहा है। आज ED सरकार का औज़ार बन गई है जिससे वह विपक्षी पार्टियों को नेस्तनाबूत करना चाहती है। नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि देश विपक्ष मुक्त हो जाए।
इस मौके पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आरएसएस और उसके सरसंघचालक पर निशाना साधते हुए लिखा कि हम हाथ में तिरंगा लिए अपने नेता नेहरू की डीपी लगा रहे हैं लेकिन लगता है प्रधानमंत्री का संदेश उनके ही परिवार तक ही नहीं पहुंचा। जिन्होंने 52 सालों तक नागपुर में अपने हेड क्वार्टर में झंडा नहीं फहराया, वे क्या प्रधानमंत्री की बात मानेंगे?