चंडीगढ़/मुंबई/नई दिल्ली: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार को लेकर पार्टी में समीक्षा बैठकों का दौर जारी है. इस दौरान कई राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी शैलजा की लड़ाई ने पार्टी को हरियाणा चुनाव में काफी नुकसान पहुंचाया है. इस बीच अब महाराष्ट्र में भी कांग्रेस के […]
चंडीगढ़/मुंबई/नई दिल्ली: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार को लेकर पार्टी में समीक्षा बैठकों का दौर जारी है. इस दौरान कई राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी शैलजा की लड़ाई ने पार्टी को हरियाणा चुनाव में काफी नुकसान पहुंचाया है. इस बीच अब महाराष्ट्र में भी कांग्रेस के अंदर ऐसी ही लड़ाई शुरू होने की संभावना है. मालूम हो कि महाराष्ट्र में अगले महीने यानी नवंबर में विधानसभा के चुनाव हो सकते हैं.
महाराष्ट्र में कांग्रेस नेताओं के बीच हरियाणा जैसी लड़ाई हो सकती है. बताया जा रहा है कि यहां भी सीएम उम्मीदवार बनने को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को बीच तलवार खिंची हुई है. इन नेताओं में महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बाला साहेब थोराट शामिल हैं.
अगर महाराष्ट्र में भी कांग्रेस के नेताओं के बीच हरियाणा जैसी लड़ाई हुई तो इससे सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) का फायदा होना तय है. बता दें कि इस महीने की शुरूआत में हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस के अंदर कलह देखी गई थी. हरियाणा कांग्रेस की दिग्गज नेता कुमारी शैलजा ने कई बार मुख्यमंत्री पद पर अपनी दावेदारी ठोकी थी. वहीं भूपेंद्र हुड्डा के समर्थक उन्हें सीएम बनाने की बात करते देखे गए थे. इस लड़ाई का नतीजा ये हुआ कि कांग्रेस पार्टी लगातार तीसरी बार हरियाणा का चुनाव हार गई.
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