नई दिल्ली। सऊदी अरब के नियम और कानून अन्य देशों की तुलना में पूरी तरह से अलग और सख्त हैं. गलतियों की कोई क्षमा नहीं होती है.सऊदी अरब में पंजाब से ताल्लुक रखने वाले बलविंदर वहां के कानूनी पचड़ों में बुरी तरह फंसे हुए हैं. उन्हें 6 दिन के अंदर 2 करोड़ रुपये देने होंगे […]
नई दिल्ली। सऊदी अरब के नियम और कानून अन्य देशों की तुलना में पूरी तरह से अलग और सख्त हैं. गलतियों की कोई क्षमा नहीं होती है.सऊदी अरब में पंजाब से ताल्लुक रखने वाले बलविंदर वहां के कानूनी पचड़ों में बुरी तरह फंसे हुए हैं. उन्हें 6 दिन के अंदर 2 करोड़ रुपये देने होंगे नहीं तो उनका सिर कलम कर दिया जाएगा. बलविंदर को बचाने की कोशिश में लगे उनके परिवार ने अब पंजाब के सीएम भगवंत मान से मदद की गुहार लगाई है. आइए आपको बताते हैं कि बलविंदर का गुनाह क्या है और सऊदी अरब ने उसका सिर काटने का ऐलान क्यों किया है.
2008 में पंजाब के मुक्तसर से रोजी-रोटी के लिए सऊदी अरब गए बलविंदर सिंह के पास सिर्फ 6 दिन बचे हैं. एक मामले में मौत की सजा भुगत रहे बलविंदर सिंह को या तो पीड़ित परिवार को दो करोड़ की ‘ब्लड मनी’ देनी होगी या फिर सऊदी अरब के कानून के तहत उसका सिर कलम कर दिया जाएगा.
बलविंदर सिंह के चचेरे भाई जोगिंदर सिंह ने बताया कि 2008 में मुक्तसर के मल्लन गांव निवासी बलविंदर सिंह रोजगार के लिए सऊदी अरब गया था. 2013 में एक हादसे के दौरान किसी को चोट लग गई थी, बाद में उसकी मौत हो गई. इस मामले में बलविंदर को 7 साल की सजा सुनाई गई थी. सऊदी अरब में सजा पूरी करने के बाद परिवार से पूछा जाता है कि वे अपराधी के साथ क्या करना चाहते हैं.
पीड़ित परिवार ने मुआवजे के तौर पर दो करोड़ रुपये की मांग की है. ऐसा नहीं होने पर परिवार ने बलविंदर का सिर कलम करने की सजा की मांग की है. परिवार 2019 से पैसा जुटा रहा है. अब तक परिवार 1,20,00,000 रुपये जुटा पाया है. पहले जिस कंपनी में बलविंदर काम करता था उसने वादा किया था कि वह कंपनी मदद करेगी, लेकिन अब वह मदद नहीं कर रही है. बलविंदर के परिवार वालों का आरोप है कि कंपनी ने उन्हें फंसाया है. जोगिंदर ने कहा कि बलविंदर के माता-पिता उसकी प्रतीक्षा में मर गए. 32 वर्षीय बलविंदर का बड़ा भाई और बहन गांव के लोगों से मदद की गुहार लगा रहे हैं.
सामाजिक कार्यकर्ता रूपिंदर सिंह ने कहा कि न सिर्फ ‘रक्त के पैसे’ की मांग की जा रही है बल्कि बलविंदर पर भी धर्मांतरण का दबाव है. उसके सामने एक शर्त रखी गई है कि धर्म परिवर्तन के बदले उसे जेल से रिहा कर दिया जाएगा, लेकिन फिर वह भारत वापस नहीं जा पाएगा. बलविंदर सिंह ने धर्म परिवर्तन से इनकार कर दिया है. रूपिंदर ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को आगे आना चाहिए. भगवंत मान हमेशा विदेशों में बसे पंजाबियों को वापस लाने की बात करते हैं. मान को बलविंदर को वापस लौटने में मदद करनी चाहिए.
हर साल पंजाब के कई युवा रोजगार के अवसर तलाशने के लिए कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, अरब और विभिन्न देशों में जाते हैं. आए दिन कई तरह के मामले सामने आते रहते हैं, लेकिन यह मामला बेहद गंभीर है. फिलहाल परिजन आम लोगों से मदद की गुहार लगा रहे हैं. अगर 2 करोड़ नहीं दिए गए तो पंजाब के बलविंदर सिंह का सऊदी अरब में सिर कलम कर दिया जाएगा. बलविंदर के पास दो रास्ते हैं.. या तो वह राशि का भुगतान करे .. या वह धर्मान्तरण करे, अन्यथा 15 मई के बाद उसका सिर कलम कर दिया जाएगा.
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