PCM PCB Graduate Courses Subject Options for Science: CBSE 12वीं बोर्ड के नतीजे आ चुके हैं. ग्रेजुएशन में एडमिशन के लिए माथापच्ची भी शुरू हो चुकी है. हम आपको बता रहे हैं साइंस (PCM, PCB) वाले स्टूडेंट्स के पास UG स्तर पर स्नातक कोर्स में एडमिशन के लिए कौन-कौन से सब्जेक्ट चुनने का विकल्प मौजूद है.
दिल्ली. CBSE के 12वीं बोर्ड के नतीजे आ चुके हैं. सभी छात्र अब इस सवाल से जूझ रहे होंगे कि उन्हें ग्रेजुएशन में कौन सा विषय चुनना चाहिए. बिना सोचे समझे या दूसरों की देखा देखी किया गया कोई भी फैसला आपके भविष्य के लिए घातक हो सकता है. यह निर्णय अपनी रूचि, क्षमता और भविष्य के अवसरों को ध्यान में रखकर लेना चाहिए. चलिए जानते हैं कि अगर आपने 12वीं में साइंस स्ट्रीम चुनी थी (PCM,PCB, PCMB) तो ग्रेजुएशन में आप कौन से सबजेक्ट का चुनाव कर सकते हैं. PCM (फिजिक्स, कैमेस्ट्री, मैथ्स) वाले छात्र ग्रेजुएशन में कौन सा विषय चुने अगर आपने 12वीं में PCM लिया था तो ग्रेजुएशन में आप इन विषयों का चुनाव कर सकते हैं.
इंजीनियरिंग (B.Tech/ B.E): हर साल आईआईटी जेईई के लिए सबसे अधिक संख्या में बच्चे परीक्षा देते हैं. यह बताता है कि 12वीं के बाद साइंस स्ट्रीम के छात्र सबसे अधिक जिस विषय का चुनाव करते हैं वो है इंजीनियरिंग. लेकिन इंजीनियरिंग में भी कई विकल्प मौजूद हैं. अगर आप 12वीं के बाद स्नातक में इंजीनियरिंग करना चाहते हैं तो आपको ये विकल्प मिलेंगे- एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्टॉनिक्स एवं कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, औधोगिक इंजीनियरिंग, इनफॉर्मेशन टेक्नॉलजी, इंस्ट्रूमेंटेशन एवं कंट्रोल इंजीनियरिंग, कैमिकल इंजीनियरिंग, माइनिंग इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रीकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, मरीन इंजीनियरिंग, प्रिंट एवं मीडिया टेक्नॉलजी, न्यूक्लीयर इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रीकल इंजीनियरिंग, डेयरी टेक्नॉलजी, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर, कंप्युटर एप्लीकेशन, मर्चेंट नेवी, नेवल आर्किटेक्चर एवं शिप बिल्डिंग
ऑनर्स कोर्सेज: PCM स्ट्रीम वाले स्टूडेंट अगर इंजीनियरिंग नहीं करना चाहें तो भी उनके पास विकल्पों की कोई कमी नहीं है. आप इन अंडरग्रेजुएट कोर्सेज से ऑनर्स की डिग्री हासिल कर सकते हैं. फिजिस्क्स (ऑनर्स),कैमेस्ट्री(ऑनर्स), मैथ(ऑनर्स),कंप्यूटर साइंस (ऑनर्स), बीएससी फिजिकल साइंस एनलिटिकल कैमेस्ट्री(ऑनर्स) इंडस्ट्रीयल कैमेस्ट्री(ऑनर्स) जैसे कोर्स कर सकते हैं.
PCB (फिजिक्स, कैमेस्ट्री, बायोलॉजी) के स्टूडेंड ग्रेजुएशन में कौन सा विषय चुने- अगर आपने 12वीं में मैथ की जगह बायोलॉजी ली थी तो ग्रेजुएशन में आप मेडिकल साइंस भी चुन सकते हैं. जैसे मैथ वाले स्टूडेंट्स के बीच इंजीनियरिंग लोकप्रिय है ठीक उसी तरह बायोलॉजी के स्टूडेंट्स के बीज एमबीबीएस लोकप्रिय है. आप डॉक्टर बन सकते हैं. 12 वीं में PCB लेने वाले स्टूडेंट ग्रेजुएशन में इन विषयों में से किसी एक का चुनाव कर सकते हैं.
एमबीबीएस, बीडीएस-दंत चिकित्सा, बीएएमएस-आयुर्वेद, बीएचएमएस-होमियोपैथी, बीयूएमएस-यूनानी, बीएनवाईएस-नेचुरोपैथी, यौगिक विज्ञान, बीएसएमएस-सिद्ध मेडिसिन एवं साइंस, वेटेनरी साइंस एवं एनिमल हसबेंडरी. बायोलॉजी लेने वाले छात्रों के पास भी ग्रेजुएशन में कई विषयों का विकल्प मौजूद है. आप ग्रेजुएशन के दौरान इन कोर्सेज से ऑनर्स की डिग्री ले सकते हैं.
बीएससी लाइफ साइंस, बायो टेक, जूलोजी ऑनर्स, बॉटनी ऑनर्स, जियोलॉजी ऑनर्स, बीएससी (ऑक्युपेशनल थेरेपिस्ट), बीएससी (न्यूट्रीशन एवं डाइटेटिक्स), बीएससी-बायोटेक्नॉलजी, बीएससी (डेयरी टेक्नलॉजी, नर्सिंग, रेडियोलॉजी), फिजियोथेरेपी, बीएससी(स्पीच एवं लैंगवेज पैथोलॉजी) बीएससी (एंथ्रोपलॉजी), बीएससी (रेडियोग्राफी), बीएससी(रिहैब्लीटेशन थेरेपी), बीएससी (फूड टेक्नॉलजी), बीएससी (होर्टीकल्चर), बीएससी (होम साइंस/फॉरेंसिक साइंस), बैचलर ऑफ फॉर्मेसी, बीएमएलटी (मेडिकल लैब टेक्नॉलजी)
इन तमाम विषयों में से आप अपने रुचि के हिसाब से सबजेक्ट चुन सकते हैं. यहां यह ध्यान रखने वाली बात है कि इन विषयों का चुनाव सिर्फ साइंस स्ट्रीम से 12वीं किये छात्र ही कर सकते हैं. लेकिन ऐसा नहीं है कि आपके पास अन्य विषयों के विकल्प नहीं हैं. अगर आपने 12वीं तक साइंस की पढ़ाई की है लेकिन अब आपको लगता है कि आप किसी और क्षेत्र में ज्यादा बेहतर कर सकते हैं तो आप किसी भी भी विषय का चुनाव कर सकते हैं. साइंस वाले छात्रों के पास विज्ञान के विकल्प तो हैं ही वो चाहें तो आर्टस या कॉमर्स में भी एडमिशन ले सकते हैं.
किसी भी विषय का चुनाव करते वक्त अपनी कमजोरी और मजबूती का अनुमान लगाएं. इस बारे में सोचें कि आप किस विषय से सबसे ज्यादा जुड़ाव महसूस करते हैं. करियर को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं. बहुत सोच-समझकर निर्णय लें. किसी भी अंतिम नतीजे तक पहुंचने से पहले अपने शिक्षकों और घरवालों की राय जरूर लें.