वरिष्ठ वकील राजीव धवन ने मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिख कर वकालत छोड़ने का ऐलान कर दिया. बता दें कि चीफ जस्टिस से राजीव धवन की तीखी बहस हुई थी. धवन का कहना है कि इस केस की सुनवाई के दौरान उन्हें अपमानित किया गया.
नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव धवन ने मुख्य न्यायधीश दीपक मिश्रा को पत्र लिख कर कहा कि अब वो सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता के तौर पर कभी पेश नही होंगे. राजीव धवन ने अपने पत्र में कहा है कि उन्हें दिल्ली सरकार vs उपराज्यपाल मामले की सुनवाई के दौरान अपमानित किया गया. सोमवार को नाराजगी भरे अंदाज में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील राजीव धवन ने मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिख कर वकालत छोड़ने का ऐलान कर दिया.
अभी कुछ दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश जस्टिस दीपक मिश्रा ने बिना नाम लिए कहा था कि राम जन्मभूमि, दिल्ली सरकार Vs उपराज्यपाल मामले में सुनवाई के दौरान कुछ वरिष्ठ वकीलों ने ऊंची आवाज में बहस की जिससे ये पता चलता है कि वो वरिष्ठ वकील के तौर पर रहने के योग्य नही है.
Senior Supreme Court Lawyer Rajeev Dhawan writes to CJI Dipak Misra, says ‘after humiliating end to Delhi( CM vs LG power tussle) case I have decided to give up court practice’ pic.twitter.com/yJ8Aox3WVF
— ANI (@ANI) December 11, 2017
बता दें कि 5 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर मुद्दे पर सुनवाई के दौरान राजीव धवन केस की सुनवाई जुलाई 2019 तक टालने का अनुरोध करते हुए ऊंची आवाज में दलीलें पेश कर रहे थे. राजीव धवन ने तो वॉकआउट तक की धमकी दे डाली थी.. इस दौरान वहां कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल, राजीव धवन और दुष्यंत दवे सहित अनेक वरिष्ठ वकील मौजूद थे. इस दौरान चीफ जस्टिस से राजीव धवन की तीखी बहस हुई. धवन का कहना है कि इस केस की सुनवाई के दौरान उन्हें अपमानित किया गया.
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