नई दिल्ली। प्रभु राम की नगरी अयोध्या में रामलला के गर्भ गृह का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है. 22 जनवरी 2024 को 12 बजकर 20 मिनट पर मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने बताया कि कार्यक्रम में 4 हज़ार के करीब साधु-संतो और गणमान्य लोगों […]
नई दिल्ली। प्रभु राम की नगरी अयोध्या में रामलला के गर्भ गृह का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है. 22 जनवरी 2024 को 12 बजकर 20 मिनट पर मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने बताया कि कार्यक्रम में 4 हज़ार के करीब साधु-संतो और गणमान्य लोगों को आमंत्रित किया गया है.जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ शामिल हैं.
हालांकि, अयोध्या में राम मंदिर के लिए आंदोलन का बिगुल फूंकने वाले बीजेपी के दो वरिष्ठ नेता कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे. ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया है कि लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी स्वास्थ्य व उम्र संबंधी कारणों से समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे. दोनों बुजुर्ग हैं, इसलिए उनकी उम्र को देखते हुए उनसे न आने का आग्रह किया गया है.
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को मीडिया से कहा कि लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी स्वास्थ्य व उम्र संबंधी कारणों से समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे. दोनों बुजुर्ग हैं, इसलिए उनकी उम्र को देखते हुए उनसे न आने का आग्रह किया गया. जिसे दोनों ने स्वीकार कर लिया है. जिसके बाद अब ये तय हो गया है कि भाजपा के दोनों वरिष्ठ नेता इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे.बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्य लाल कृष्ण आडवाणी इस वक्त 90 साल के हैं. वहीं बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी जनवरी में 90 वर्ष के हो जाएंगे.
चंपत राय ने आगे कहा कि प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की सभी तैयारियां 15 जनवरी तक पूरी हो जाएंगी. 16 जनवरी से प्राण-प्रतिष्ठा के लिए पूजा का कार्यक्रम शुरू हो जायेगा जो कि 22 जनवरी तक जारी रहेगी. प्रधानमंत्री मोदी 22 जनवरी को कार्यक्रम में शामिल होंगे. ट्रस्ट के महासचिव ने बताया कि कार्यक्रम में 4 हज़ार के करीब संत शामिल हो सकते हैं. सभी को निमंत्रण भेजा गया है.