नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में AIMS हॉस्पिटल में डॉक्टरों और हॉस्पिटल प्रबंधन के बीच विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. आज हॉस्पिटल की नर्सेज ने अध्यक्ष हरीश काजला के सस्पेंशन आर्डर को खत्म करने के लिए हड़ताल की है. दरअसल, एम्स अस्पताल नर्सेज यूनियन के अध्यक्ष हरीश काजला को डॉक्टरों के साथ […]
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में AIMS हॉस्पिटल में डॉक्टरों और हॉस्पिटल प्रबंधन के बीच विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. आज हॉस्पिटल की नर्सेज ने अध्यक्ष हरीश काजला के सस्पेंशन आर्डर को खत्म करने के लिए हड़ताल की है. दरअसल, एम्स अस्पताल नर्सेज यूनियन के अध्यक्ष हरीश काजला को डॉक्टरों के साथ अभद्रता के मामले में एम्स प्रशासन ने सस्पेंड कर दिया था. एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था, जिसमें हरीश काजला डॉक्टरों को धमकी दे रहे थे. आज यूनियन की नर्सेज ने एक अहम बैठक बुलाई और इस बैठक में नर्सेज ने फैसला किया कि वे तब तक हड़ताल पर बैठे रहेंगे, जब तक हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन हरीश काजला के सस्पेंशन आर्डर को खत्म नहीं करता है।
यूनियन का कहना है कि AIIMS प्रशासन ने नर्सों की सुरक्षा के मुद्दे पर कभी बात नहीं की और जो आवाज उठा रहे है उन्हें जबरन निलंबित कर दिया है, जो आलोकतांत्रिक है। यूनियन ने कहा कि जब तक काजला का निलंबन वापस नहीं लिया जाता, यूनियन के अन्य पदाधिकारियों व मुख्य आपरेशन थियेटर की नर्सों को दिए गए नोटिस वापस नहीं लिए जाते हैं, तब हड़ताल जारी रहेगी।
डॉक्टरों के साथ गलत व्यवहार करने के लिए आरडीए डॉक्टर्स की टीम ने उनके खिलाफ एम्स प्रशासन से शिकायत दर्ज कराई थी साथ ही पुलिस स्टेशन में भी मामला दर्ज किया गया था. इस पर एम्स प्रशासन ने शुक्रवार को हुए टकराव के बाद एम्स नर्सेज यूनियन के अध्यक्ष हरीश काजला और चार अन्य समीर, विनोद, उस्मान और विरेंदर के खिलाफ हौज खास थाने में शिकायत दी थी. प्रशासन ने शिकायत में उपर्युक्त पांचों व्यक्तियों के ऊपर कार्य में बाधा डालने और सर्जरी रद्द कराकर मरीजों की जान जोखिम डालने का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज कराने के लिए कहा गया था. इस मामले पर पुलिस का कहना है कि अभी मामले की जांच की जा रही है उसके बाद ही FIR दर्ज होगी।
वहीं, इस पूरी घटना के बाद हरीश काजला ने वीडियो जारी कर एम्स प्रशासन पर नर्सिंग कर्मचारियों के खिलाफ षड्यंत्र करने और उनकी बात न सुनने का आरोप लगाया है. इसके अलावा एम्स में हरीश काजला के समर्थन में समस्त नर्सेज यूनियन आ गई है और इस पूरे घटनाक्रम की कड़ी शब्दों में निंदा की है.नर्सेज का कहना है कि क्या डॉक्टर के ऊपर इतनी त्वरित और एकतरफा कार्रवाई कभी हुई है, शायद कभी नहीं, फिर क्यों हर बार डॉक्टर अपनी गलतियों को छुपाने के लिए नर्सेज को बलि का बकरा बनाते हैं।