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भोले बाबा की अकूत संपत्ति की जांच कर रहा प्रशासन

हाथरस. Hatharas news: हाथरस में भोले बाबा जिन्हें सूरज पाल के नाम से जाना जाता है. उनके कार्यक्रम में भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी . इस हादसे के बाद से भोले बाबा फरार चल रहे हैं. अब उनकी संपति पर बड़ा खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है कि बाबा के […]

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  • July 6, 2024 5:04 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 months ago

हाथरस. Hatharas news: हाथरस में भोले बाबा जिन्हें सूरज पाल के नाम से जाना जाता है. उनके कार्यक्रम में भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी . इस हादसे के बाद से भोले बाबा फरार चल रहे हैं. अब उनकी संपति पर बड़ा खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है कि बाबा के पास 100 करोड़ की संपत्ति है. जिसमें 24 आलिशान आश्रम शामिल हैं. बता दें कि उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बाबा के आलीशान आश्रम हैं. जिसकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है. ट्रस्ट के नाम से कासंगज, आगरा ,कानपुर, मैनपुरी इटावा और ग्वालियर में बड़े आश्रम हैं .इसके अलावा नोएडा के गांव इलाबास में खसरा नंबर-90 पर आलिशान आश्रम बना हुआ है।

हाथरस भगदड़ कांड के बाद से भोले बाबा यानी सूरज पाल सिंह के बारे में कोई जानकारी नहीं है. मैनपुरी में बाबा के लग्जरी आश्रम के बाहर लगभग 50 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। बता दें कि बाबा पीछले 2 साल से इस फाइव स्टार आश्रम में रहता था। इसमें बाबा और पत्नी के लिए 6 बड़े कमरे बने हुए है .इसमें बाबा के इजाजत के बिना कोई नहीं आ सकता है। इस आश्रम के मुख्य गेट पर 200 उन लोगों के नाम की लिस्ट है, जिन्होंने इस आश्रम के निर्माण के समय दान दिया था.जिसमें ढाई लाख से लेकर 10 हजार रुपये तक शामिल हैं।

24 आश्रम और गाड़ियों का काफिला

बाबा के मैनपुरी आश्रम की कीमत 5 करोड़ बताई जा रही है. इस आश्रम को ट्रस्ट की तरफ से मैनेज किया जाता है। बाबा से जुड़े लोगों ने बताया कि उनके पास 24 आश्रम हैं जिसकी कीमत 100 करोड़ है। थ्री-पीस सूट और स्टाइलिश चश्मे पहने वाले बाबा के काफिले में लगभग 20 लग्जरी एसयूवी शामिल रहती हैं.और उनके आगे-आगे रॉयल इनफील्ड बुलेट पर 15 से 20 कमांडो चलते हैं। इसके अलावा गुलाबी और सफेद कपड़े पहने सेवादारों की फौज भी कार्यक्रम स्थल से लेकर आश्रम तक बाबा के साथ रहती है।

गरीब से लेकर अफसर तक अनुयायी

भोले बाबा के आश्रम से लेकर सत्संग स्थल कहीं पर भी मोबाइल के इस्तेमाल नहीं कर सकते थे. बाबा की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कोई खास मौजूदगी नजर नहीं आती है। सत्संग में आने वाले अनुयायियों से किसी भी प्रकार का दान नहीं लिया जाता है.उनके अनुयायियों में गरीब और सामान्य लोगों के साथ -साथ बड़े प्रशासनिक अधिकारी तक शामिल हैं. यूपी और पड़ोसी राज्यों से भी लोग बाबा के सत्संग में आते हैं.

बाबा की संपति की जांच में जुटा प्रशासन

प्रशासन ने बाबा की संपत्ति की तलाशी के लिए आदेश दिए हैं. शासन अब बाबा की ग्रेटर नोएडा नोएडा स्थित संपत्तियों की तलाशी करने का आदेश दिया है.तलाशी के बाद बाबा पर बड़ी कार्रवाई की जा सकती है। नोएडा के गांव इलाबास के बीचोंबीच जो आश्रम है। उसे अभी प्राधिकरण ने अधिग्रहित नहीं किया है.प्राधिकरण ने अभी तय नहीं किया है कि इस पर क्या करना है। अधिकारी निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं

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