नई दिल्ली। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बुधवार को भाजपा पर चुनावी फायदे के लिए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राम मंदिर का मुद्दा उठाने का आरोप लगाया है। चौधरी ने दावा किया कि पीएम मोदी जातीय जनगणना के लिए विपक्षी दलों के दबाव से डरे हुए हैं, […]
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बुधवार को भाजपा पर चुनावी फायदे के लिए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राम मंदिर का मुद्दा उठाने का आरोप लगाया है। चौधरी ने दावा किया कि पीएम मोदी जातीय जनगणना के लिए विपक्षी दलों के दबाव से डरे हुए हैं, क्योंकि इससे अगले साल के लोकसभा चुनाव से पहले धर्म के आधार पर विभाजन की भाजपा की योजना को झटका लग सकता है।
बहरामपुर से लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में मीडिया से कहा कि राम मंदिर का राजनीति से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि भारतीय हजारों वर्षों से राम की पूजा करते आ रहे हैं। चौधरी ने कहा कि अचानक, मोदी राम भक्त बन गए हैं और देश को धर्म के आधार पर बांटने का प्रयास कर रहे हैं।अधीर चौधरी ने आगे कहा कि विपक्षी दलों की जाति जनगणना की मांग से बीजेपी को नुकसान हुआ है, क्योंकि इससे उनकी चुनावी योजनाओं में कुछ बाधाएं आ सकती हैं। यही कारण है कि डरे हुए मोदी यह कहकर देश में भय का माहौल पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं कि जातीय जनगणना देश के लिए खतरनाक होगी।
अधीर रंजन चौधरी नई दिल्ली में दशहरा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से समाज में जातिवाद और क्षेत्रवाद जैसी विकृतियों को जड़ से खत्म करने का आह्वान किया और कहा कि दशहरा उत्सव को देश में हर बुराई पर देशभक्ति की जीत का प्रतीक मानना चाहिए।
एनसीईआरटी की गठित समिति की स्कूली पाठ्यपुस्तकों में “इंडिया” की जगह “भारत” करने की सिफारिश के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह और कुछ नहीं बल्कि आम लोगों की समस्याओं से ध्यान भटकाने की बीजेपी की कोशिश है। चौधरी ने आगे कहा कि यह और कुछ नहीं बल्कि लोगों की समस्याओं से ध्यान भटकाने की भाजपा की कोशिश है।