नई दिल्ली। अडानी समूह से जुड़ी खबरों के आने का सिलसिला अभी भी जारी है और इनका असर रोजाना ग्रुप की कंपनियों के लिस्टेड शेयरों पर भी देखा जा सकता है । बता दें , अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में कई दिनों से भारी उतार-चढ़ाव दर्ज किए गए है। आज भी इनके शेयरों […]
नई दिल्ली। अडानी समूह से जुड़ी खबरों के आने का सिलसिला अभी भी जारी है और इनका असर रोजाना ग्रुप की कंपनियों के लिस्टेड शेयरों पर भी देखा जा सकता है । बता दें , अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में कई दिनों से भारी उतार-चढ़ाव दर्ज किए गए है। आज भी इनके शेयरों में बड़ी हलचल देखने को मिलेगी क्योंकि अडानी ग्रुप को लेकर नया अपडेट आया है।
अडानी समूह की तीन कंपनियों ने भारतीय स्टेट बैंक के पास अतिरिक्त शेयर गिरवी रखे हुए है। कुछ दिनों पहले अमेरिका की शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग की अडानी पर धोखाधड़ी के आरोप वाली रिपोर्ट आने के बाद ही इसकी मार्केट वैल्यू में करीब 120 अरब डॉलर का नुकसान भी हुआ है। इसके बाद से ही समूह की कंपनियों को लेकर निवेशकों में शंकाएं भी देखा जा रही हैं।
बता दें , कपनी ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बताया था कि समूह की कंपनियों- अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकॉनोमिक जोन, अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड और अडानी ग्रीन एनर्जी ने अपने शेयर एसबीआई की यूनिट एसबीआई कैप ट्रस्टी कंपनी के पास गिरवी रखे हुए है।
जानकारी के मुताबिक, एपीएसईजेड के पास 75 लाख शेयर गिरवी रखे है , जिसके बाद उसके सभी शेयरों का एक फीसदी एसबीआई कैप के पास गिरवी रखा गया है। तो वहीं, अडानी ग्रीन के 60 लाख अतिरिक्त शेयरों को गिरवी रखने के बाद एसबीआई कैप के पास कंपनी के कुल शेयरों के 1.06 फीसदी शेयर गिरवी हो चुके है , जबकि अडानी ट्रांसमिशन के 13 लाख और शेयरों को गिरवी रखने से इसके कुल 0.55 फीसदी शेयर गिरवी हो गए है।
कारगिल युद्ध के साजिशकर्ता थे मुशर्रफ, 1965 में भारत के खिलाफ लड़े थे युद्ध
Parvez Musharraf: जानिए क्या है मुशर्रफ-धोनी कनेक्शन, लोग क्यों करते हैं याद