Academics For Namo Campaign: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोबारा लोकसभा का नेता बनाने के उद्देश्य से जवाहर लाल नेहरू, दिल्ली विश्वविद्यालय और अन्य यूनिवर्सिटी के प्रोफेसरों और शोधकर्ताओं ने एकेडमिक्स फॉर नमो कैंपेन की शुरुआत की शुरुआत की है. इस कैंपेन के तहत दक्षिणपंथी विचारधारा के बौद्धिक जन आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत के लिए काम कर रहे हैं.
नई दिल्ली. Academics For Namo Campaign: आगामी लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समर्थन देने के लिए देश में अलग-अलग क्षेत्र में अकादमिक और शोध क्षेत्र में काम करने वाले कुछ प्रोफेसरों ने एकेडमिक्सफॉरनमो अभियान शुरू किया है. नरेंद्र मोदी को एक बार फिर प्रधानमंत्री बनाने के लिए इस अभियान को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीके से चलाया जाएगा. इसके लिए आज एकेडमिक्सफॉरनमो डॉट कॉम वेबसाइट लॉन्च की गई. दिल्ली विश्वविद्यालय के डॉ स्वदेश सिंह ने बताया कि इस वेबसाइट में रजिस्टर करके अकादमिक और दूसरे क्षेत्र के लोग अभियान से जुड़ सकेंगे. इस अभियान से शिक्षक, शोधकर्ता, स्तम्भकार, चिंतक, विचारक जैसे सभी प्रकार के लोग जुड़ सकेंगे जो जानकारी और ज्ञान को समाज के विभिन्न वर्ग में पहुंचाते हैं.
इस अभियान से जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय, आईआईटी दिल्ली, इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के प्रोफसर साथ आये है. आने वाले दिनों में ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से बड़ी संख्या में लोगों को जोड़ा जाएगा. इस अभियान से जुड़े जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रोफेसर प्रमोद कुमार ने कहा कि अब समय आ गया है कि समाज के सभी वर्ग श्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में खुल कर आये और उनका एक और कार्यकाल सुनिश्चित करें.
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर राकेश उपाध्याय ने कहा कि श्री मोदी के नेतृत्व में देश सुरक्षित हाथों में है. दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एस पी सिंह का कहना था कि पिछले पांच साल में देश मे समाज का हर तबके के लिए कुछ न कुछ काम अवश्य किया गया है. इस काम को आगे ले जाने की ज़रूरत है. इसलिए नरेंद्र मोदी को एक और कार्यकाल मिलना ही चाहिये.
डॉ. स्वदेश सिंह के अनुसार अगले कुछ दिन ऑनलाइन अभियान चलाने के बाद अकादमिक कार्य से जुड़े लोगों से आग्रह किया जाएगा कि वे समय निकाल कर लोगों के बीच जाए और मोदी सरकार द्वारा किये गए कामों को बताए. उन्होंने कहा कि ये बुद्धिजीवी वेबसाइट पर बने फोरम पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में लेख लिख सकते हैं.