नई दिल्ली : देशभर के ज्यादातर राज्यों में गर्मी बढ़ती जा रही है. जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है, बाजार में गर्मी से राहत देने वाले उपकरणों की मांग बढ़ जाती है. आपको पता होना चाहिए कि गर्मियों में एयर कंडीशनिंग की मांग बहुत अधिक होती है. दरअसल बाजार में कई तरह के एयर कंडीशनर उपलब्ध हैं. […]
नई दिल्ली : देशभर के ज्यादातर राज्यों में गर्मी बढ़ती जा रही है. जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है, बाजार में गर्मी से राहत देने वाले उपकरणों की मांग बढ़ जाती है. आपको पता होना चाहिए कि गर्मियों में एयर कंडीशनिंग की मांग बहुत अधिक होती है. दरअसल बाजार में कई तरह के एयर कंडीशनर उपलब्ध हैं. तो आइए जानें कि आप कैसे तय करते हैं कौन-सा विकल्प सबसे अच्छा है? आप अपनी जरूरत के हिसाब से सही एसी का विकल्प चुन सकते हैं.
देश में एसी को रेटिंग के साथ बेचा जाता है. ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशियंसी एसी को उसकी क्षमता के साथ रेटिंग देता है. रेटिंग जितनी कम होगी, एसी उतनी ही ज्यादा बिजली की खपत करेगा. बता दें कि 5 स्टार रेटिंग वाला बिजली की सबसे कम खपत करेगा.
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एसी खरीदते वक्त उसकी बिजली की खपत कितनी है, इसकी भी जानकारी हासिल करनी चाहिए. हालांकि, ये अलग-अलग मापदंडों पर आधारित होता है. एसी चलाते वक्त कमरे का तापमान कितना है, आप कितनी देर के लिए एसी चला रहे हैं. इसके साथ ही एसी की कूलिंग क्षमता जितनी ज्यादा होगी, वो उतना ही अधिक बिजली की खपत करेगा। .
AC आमतौर पर 2 तरह की श्रेणियों में आता है. इसमें विंडो एसी और स्प्लिट एसी के दो विकल्प मिलते हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विंडो एसी आमतौर पर स्प्लिट एसी के मुकाबले सस्ते होते हैं. इसके अलावा विंडो एसी को किसी भी जगह पर लगाने के लिए कम मेहनत करनी होती है, और दूसरी तरफ, स्प्लिट एसी बेहतर कूलिंग के लिए एक अच्छा विकल्प है. साथ ही इन्हें कम आवाज के साथ आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है.
एसी की कूलिंग क्षमता को 4 श्रेणियों में विभाजित किया गया है. आप इन्हें एसी का साइज भी कह सकते हैं. बता दें कि इसमें 0.8 टन, 1 टन, 1.5 टन और 2 टन शामिल है. आप अपनी जरूरत के अनुसार इनमें से किसी भी साइज वाले एसी को सेलेक्ट कर सकते हैं.
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