Aarey Forest Protest Highlights: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई की आरे कालोनी में मेट्रो परियोजना के तहत काटे जा रहे पेड़ों को लेकर पर्यावरण कार्यकर्ता और आम लोगों का विरोध प्रदर्शन जारी है. चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई को छात्रों के एक समूह ने चिट्ठी लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप की अपील की थी. अब सुप्रीम कोर्ट की 2 जजों की स्पेशल बेंच इस मामले की सुनवाई सोमवार सुबह 10 बजे करेगी.
मुंबई. Aarey Forest Protest Highlights: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई की आरे कालोनी में मेट्रो परियोजना के तहत काटे जा रहे पेड़ों को लेकर पर्यावरण कार्यकर्ता और आम लोगों का विरोध प्रदर्शन जारी है. चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई को छात्रों के एक समूह ने चिट्ठी लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप की अपील की थी. अब सुप्रीम कोर्ट की 2 जजों की स्पेशल बेंच इस मामले की सुनवाई सोमवार सुबह 10 बजे करेगी. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में दशहरा की छुट्टी चल रही है लेकिन छात्रों के पत्र पर कोर्ट ने सुओ मोटो एक्शन लेते हुए इसे जनहित याचिका मानते हुए सुनवाई का फैसला किया है. वहीं जंगल की कटाई के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रहे लोगों को पुलिस ने दोबारा प्रोटेस्ट न करने की शर्त पर रिहा कर दिया है. लोगों को रोकने के लिए आसपास के इलाकों में धारा 144 लागू की गई है.
सरकार की इस परियोजना के तहत अभी तक 800 पेड़ काटे जा चुके हैं जबकि 1800 पेड़ अभी काटे जाने हैं. महाराष्ट्र की देवेंद्र फड़णवीस सरकार मेट्रो शेड के निमार्ण कार्य के लिए पेड़ की कटाई कराना चाहती है. रविवार दोपहर छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल चीफ जस्टिस रंजन गोगोई से मुलाकात करेगा. मुंबई मेट्रो रेल निगम लिमिटेड ने शुक्रवार की रात पेड़ों की कटाई का काम शुरू कर दिया है. शिवसेना चीफ के उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे भी खुलकर पेड़ कटने के विरोध में आ गए हैं. साथ ही बॉलीवुड से भी पेड़ों की कटाई रोकने के लिए विरोध में भरपूर समर्थन मिल रहा है.
पेड़ों की कटाई पर रोक लगाने के संबंध में इससे पहले भी बंबई हाईकोर्ट में कई पर्यावरणविद याचिकाएं दाखिल कर चुके हैं. लेकिन हाईकोर्ट ने पेड़ों की कटाई को रोकने वाली सभी याचिकाएं खारिज कर दी है. जिसके बाद सरकार ने कटाई का काम शुरू करने का आदेश दिया. लोगों के विरोध के कई फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिसमें वे पेड़ों से चिपके नजर आ रहे हैं. इन फोटो को देखकर चिपको आदोंलन की याद आ रही है.
धीरे धीरे मामला राजनीतिक तूल भी पकड़ रहा है. शनिवार को कांग्रेस नेता संजय निरुपम और शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी पेड़ों की कटाई के विरोध में सड़कों पर कार्यकर्ताओं के साथ नजर आए. विधानसभा चुनाव के माहौल में कोई भी पार्टी मुद्दे पर कमजोर नहीं पड़ना चाहती है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि जब वे सत्ता में आएंगे तो वे उन सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जो पेड़ों की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं. उद्धव ठाकरे ने कहा कि आने वाली सरकार उनकी होगी और एक बार उनकी सरकार आ गई तो जंगलों के हत्यारों को सही तरीके से निपटेंगे.