नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के उपराज्यपाल की तरफ से नई शराब नीति के खिलाफ सीबीआई जांच की सिफारिश की गई थी. जिसके बाद उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर पर सीबीआई ने छापेमारी की. जिसके बाद से आप और बीजेपी नेताओं के बीच लगातार बयानबाजी तेज होती जा रही है. इसी बीच आम आदमी पार्टी की […]
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के उपराज्यपाल की तरफ से नई शराब नीति के खिलाफ सीबीआई जांच की सिफारिश की गई थी. जिसके बाद उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर पर सीबीआई ने छापेमारी की. जिसके बाद से आप और बीजेपी नेताओं के बीच लगातार बयानबाजी तेज होती जा रही है. इसी बीच आम आदमी पार्टी की तरफ से दावा किया गया कि हमारे विधायकों तोड़ने की कोशिश की जा रही है। आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने आज यानी मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि बीजेपी उनकी पार्टी के विधायकों को तोड़ने के लिए 5-5 करोड़ का ऑफर दे रही है. वहीं विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि लगातार दूसरी बार ऑपरेशन लोटस फेल कर दिया गया है.
बता दें कि आप प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री जी 15 अगस्त को लाल किले पर जो भाषण देते है. वह सब चर्चा करते है लेकिन सबसे जरुरी आपरेशन की बात नहीं करते है. यह ‘आपरेशन Lotus’. उन्होंने आगे कहा कि जब-जब राज्य सरकारों को जनता चुनाव में चुन कर भेजती है तो बीजेपी को काफी वक्त मिलता है वहाँ जाकर प्रचार करने में. पीएम खुद मैदान उतरते है, गृह मंत्री भी खुद जाते है. लेकिन, इन सबके बावजूद वहां की जनता खुद इनको नकार देती है।
आप विधायक ने आगे कहा कि मध्यप्रदेश में ऐसा देखा गया, गोवा में विधायक तोड़े गए, अरुणाचल प्रदेश में भी बीजेपी ने ऐसा ही किया. वहीं, अब भाजपा दिल्ली में आपरेशन लोटस चला रही है। वहीं, उन्होंने कहा कि स्कूलों के अंदर कैंपेन चलाया गया है कुछ नहीं निकला. एक्साइज पॉलिसी पर सीबीआई से एफआईआर करवाई गई.. कुछ नहीं मिला. फिर कहा गया आप भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार बन जाये. दिल्ली सरकार को गिराने की भरपूर कोशिश कर रही भाजपा।
वहीं, दूसरी तरफ से बीजेपी ने इस पूरे मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. बीजेपी पूर्व दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि ये सभी बातें मुद्दों से भटकाने के लिए की जा रही है. आगे मनोज तिवारी ने सीएम केजरीवाल और मनीष सिसोदिया पर हमला बोलते हुए कहा कि, जब जेल जाने की बारी आ रही है तो बीजेपी याद आ रही है. अगर कोई फोन रिकॉर्डिंग है तो उसको सार्वजनिक करें. मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि बीजेपी का कोई नेता इनको फोन नहीं करेगा. सिर्फ मुद्दा भटकाने के लिए इस तरीके की बातें की जा रही हैं.