AAP to Alliance with NCP: लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस से अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के गठबंधन की संभावनाएं करीब-करीब खत्म हो गई हैं. आप ने अब शरद पवार की एनसीपी संग दिल्ली में गठबंधन करने की गुहार लगाई है.
नई दिल्ली. लोकसभा 2019 चुनाव के लिए दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की संभावनाएं करीब-करीब खत्म हो गई हैं. अरविंद केजरीवाल की आप ने अब शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से गठबंधन की गुहार लगाई है. आप से गठबंधन हो या नहीं, इसे लेकर कांग्रेस में भी दो-फाड़ मची हुई है.
दिल्ली कांग्रेस की अध्यक्ष शीला दीक्षित आम आदमी पार्टी से गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं. पिछले दिनों उन्होंने बयान में कहा था कि कांग्रेस दिल्ली की सभी 7 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और आप के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा. पार्टी चीफ राहुल गांधी के साथ हुई बैठक में यह फैसला लिया गया था. मंगलवार को कांग्रेस नेता पीसी चाको ने कहा, कई ऐसे नेता हैं जो मानते हैं कि भाजपा को हराना ही मकसद है. इसके लिए हमें आप से गठबंधन करना होगा. यही ज्यादातर नेताओं का मानना है.
वहीं शीला दीक्षित ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी को पत्र लिखकर आम आदमी पार्टी संग गठबंधन पर पार्टी का स्टैंड साफ करने को कहा है. सोमवार को आप ने पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट पर सातवें उम्मीदवार के नाम का ऐलान किया था. इससे पहले पार्टी 6 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर चुकी है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक शीला दीक्षित के अलावा अन्य कार्यकारी अध्यक्षों हारुन यूसुफ, देवेंद्र यादव और राजेश लिलोथिया ने पीसी चाको द्वारा शक्ति ऐप के जरिए गठबंधन पर फोन सर्वे कराए जाने पर नाराजगी जताई. पिछले दिनों अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि बीजेपी और कांग्रेस के बीच गुप्त बातचीत चल रही है और कांग्रेस बीजेपी विरोधी वोटों को तोड़ने की कोशिश कर रही है.
गौरतलब है कि शीला दीक्षित आप से गठबंधन के खिलाफ हैं. वहीं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन और उनके समर्थक राहुल गांधी को गठबंधन के लिए मनाने में जुटे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, माकन को डर है कि आप के समर्थन के बिना वह नई दिल्ली की लोकसभा सीट नहीं जीत पाएंगे. वहीं शीला दीक्षित के कार्यकर्ताओं ने उन्हें विश्वास दिलाया है कि लोग उनकी कमी महसूस कर रहे हैं और उनकी वापसी से कांग्रेस बीजेपी से ज्यादा सीट जीतेगी.