दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले पर सफाई देते हुए कहा कि हमारे कामकाज से बीजेपी और कांग्रेस की दुकानें बंद हो गईं. इसी से घबराकर हमारी सरकार के खिलाफ साजिश की जाती रही है. सिसोदिया ने अपने कामकाज को गिनाते हुए कहा कि बीजेपी को चिंता हो रही है कि हमारी सरकार चौथे साल में आ गई तो उन्हें मुश्किल हो जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने अपनी बात रखने के लिए राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगने की बात कही.
नई दिल्ली. ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में फंसे आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की अयोग्यता मामले पर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि अभी तो सुनवाई ही नहीं हुई तो चुनाव आयोग अभी कैसे फैसला दे सकता है. उन्होंने कहा कि हमारे किसी विधायक ने एक रुपये का फायदा नहीं लिया. चुनाव आयोग ने हमारे साथ पक्षपात किया है. हमने राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है. हमारे विधायक राष्ट्रपति को बतायेंगे कि उनसे कोई सबूत नहीं मांगे गए थे.
सिसोदिया ने कहा कि हमें अपना पक्ष रखने का कोई मौका नहीं दिया गया. हम राष्ट्रपति से अपील करते हैं कि वे हमारी बात भी सुनें. इसके साथ ही मनीष सिसोदिया ने बीजेपी पर निशाना साधा. सिसोदिया ने कहा कि बीजेपी वाले आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद से ही हमारे कामकाज को लेकर परेशान हैं. बीजेपी वालों को परेशानी हो रही है कि अगर ये सरकार चौथे गियर (साल) में पहुंच गई तो परेशानी हो जाएगी. उन्होंने कहा कि पहले इसी विधानसभा में संसदीय सचिव रखे जाते थे, जिन्हें लाखों रुपये मिलते थे.
सिसोदिया ने कहा कि बीजेपी इस बात को लेकर परेशान है कि तीन साल पहले आते ही हमारी सरकार ने दिल्ली में बिजली के दाम आधे कर दिए थे, जो आज तक नहीं बढ़े. वहीं हमारी सरकार ने पानी के रेट आधे किए. सरकारी स्कूलों का माहौल सुधरा. 309 कॉलोनियों में पानी पहुंचाया. पेंशन बढ़ाई. फ्लाईओवर, मोहल्ला क्लीनिक जैसे काम जनता के हित में किए. हमारे कामकाज की वजह से कांग्रेस और बीजेपी की दुकानें बंद हो गई हैं.
सिसोदिया ने कहा कि आप की सरकार के खिलाफ यह पहली साजिश नहीं है. पहले भी दोनों पार्टियां केजरीवाल सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर चुकी हैं. सिसोदिया ने आरोप लगाया कि हमारे दफ्तरों पर सीबीआई रेड कराई गई, फर्जी एफआईआर कराई, केंद्र ने फाइलों को दबाकर रखा. इसके अलावा खबर आ रही है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधायकों की बैठक बुलाई है.