Congress AAP Alliance Lok Sabha Elections 2019: कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच दिल्ली लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन करीब-करीब तय हो गया है. आम 4 तो कांग्रेस 3 सीट पर चुनाव लड़ सकती है. हालांकि अब तक दोनों ही पार्टियों ने इसका कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया है.
नई दिल्ली. लोकसभा 2019 चुनाव में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी और राहुल गांधी की कांग्रेस के बीच गठबंधन हो गया है. सूत्रों ने यह जानकारी दी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक आम आदमी पार्टी दिल्ली की सात लोकसभा सीट में से 4 और कांग्रेस 3 सीट पर लड़ेगी. वहीं कांग्रेस नेता पीसी चाको ने कहा, पार्टी अध्यक्ष आज इस बारे में फैसले लेंगे. हमारी आप से कोई बात नहीं हुई क्योंकि हमें यह स्टैंड लेना है कि हमें गठबंधन करना है या नहीं. दोनों पार्टियों के बीच समस्या हो सकती है. लेकिन नरेंद्र मोदी और बीजेपी को हराने के लिए साथ आना होगा.
लंबे समय से आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत चल रही थी. फिलहाल दोनों पार्टियों में से किसी ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. लेकिन माना जा रहा है कि दोनों पार्टियां भाजपा को हराने के लिए साथ आएंगी. अरविंद केजरीवाल कई बार सार्वजनिक मंचों पर कांग्रेस से गठबंधन की बात कह चुके हैं. लेकिन कांगेस ने उनके गठबंधन के ऑफर को ठुकरा दिया. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष शीला दीक्षित ने एक बयान में कहा था कि दिल्ली में आप से गठबंधन नहीं होगा और पार्टी सभी 7 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
PC Chacko, Cong: Party Pres to take final decision today.We've had no word with AAP,as we had to take preliminary decision on our party's political stand whether we wanted an alliance or not.Both parties may have problems,that apart we've to defeat Modi&BJP,so,we'll come together pic.twitter.com/0s52GMjnOa
— ANI (@ANI) March 26, 2019
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर चुकी है. पार्टी ने चांदनी चौक से पंकज गुप्ता, उत्तर-पूर्व दिल्ली से दिलीप पांडे, पूर्वी दिल्ली से अतिशी, नई दिल्ली से ब्रजेश गोयल, उत्तर-पश्चिम दिल्ली से गुगन सिंह और दक्षिण दिल्ली से राघव चड्ढा को मैदान में उतारने का फैसला किया है. वहीं बाद में पश्चिमी दिल्ली सीट पर बलबीर सिंह जाखड़ को उतारने का ऐलान किया था.
कांग्रेस में आम आदमी पार्टी से गठबंधन को लेकर दो धड़े बंट गए थे. शीला दीक्षित आप से गठबंधन के पक्ष में नहीं थीं. वहीं पीसी चाको ने कहा था कि केजरीवाल की पार्टी से गठबंधन होना चाहिए. सोमवार को दिल्ली कांग्रेस ने इसका फैसला पार्टी चीफ राहुल गांधी पर छोड़ दिया था.
सूत्रों ने कहा था कि अजय माकन, सुभाष चोपड़ा, ताजदार बाबर और अरविंदर सिंह लवली ने आप से गठबंधन का समर्थन किया था. वहीं शीला दीक्षित, देवेंद्र यादव, राजेश लिलोथिया और हारुन यूसुफ ने इसका विरोध किया था. पीसी चाको ने 12 जिला कांग्रेस अध्यक्षों, पार्टी नेताओं और तीन म्युनिसिपल काउंसिलर्स द्वारा का साइन किया हुआ खत भी राहुल गांधी को सौंपा.