Punjab Election Result 2022 नई दिल्ली, Punjab Election Result 2022 पंजाब चुनाव के शुरुआती रुझानों में ही आप के आगे आते ही पार्टी के प्रदेश दफ्तरों में अब जश्न की शुरुआत हो चुकी है. इसी बीच कई तस्वीरें और वीडिओज़ सामने आ रहीं हैं. आप अब पंजाब में अपनी बहुमत जीत का जश्न मनाने लगी […]
नई दिल्ली, Punjab Election Result 2022 पंजाब चुनाव के शुरुआती रुझानों में ही आप के आगे आते ही पार्टी के प्रदेश दफ्तरों में अब जश्न की शुरुआत हो चुकी है. इसी बीच कई तस्वीरें और वीडिओज़ सामने आ रहीं हैं.
आप अब पंजाब में अपनी बहुमत जीत का जश्न मनाने लगी है. जहां चुनाव आयोग के आकड़ों की मानें तो आप को पंजाब में 89 यानि लगभग 90 सीटें मिली हैं. इसी के साथ पंजाब का अगला सरदार भगवत सिंह मान बनते नज़र आ रहे हैं.
आप के नाम कुल 89 सीटें सामने इसके अलावा कांग्रेस के 13 सीटें सामने आ रही है. वहीँ अकाली दल के खाते में 9 सीटें आने की खबर है. वहीं अन्य के कहते में केवल 1 सीट ही आ पाई है. बीजेपी की बात करें तो यहां केवल 5 सीटों भाजपा का बोलबाला रहा.
#WATCH दिल्ली: आम आदमी पार्टी कार्यालय में लोग जश्न मनाते हुए। शुरूआती रूझानों में आम आदमी पार्टी ने पंजाब में बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है।#PunjabElections2022 pic.twitter.com/SgrrlyeuTP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 10, 2022
आम आदमी पार्टी अब अपना जश्न मनाती दिख रही है. इस दौरान जो तस्वीर सामने आ रही है उसमें आप ने जनता को धन्यवाद कहने के लिए पोस्टर जारी किया है. इस पोस्टर में भगवत सिंह मान और केजरीवाल की तस्वीर दिखा कर आम आदमी पार्टी पंजाब की जनता का धन्यवाद कह रही है.
साल 2022 में हो रहे पांच राज्यों के चुनावों में उत्तरप्रदेश के बाद पंजाब के नतीजों पर सभी की नज़र तिकी हुई है. इसके पीछे कई कारण हैं. इस किसान आंदोलन, कांग्रेस की अंदरूनी उठापटक से लेकर आम आदमी पार्टी के पंजाब में जमते पैरों ने पंजाब की सियासी भट्टी को इस साल काफी गर्म रखा.
बनते बिगड़ते समीकरणों के कारण भी पंजाब की राजनीती इस समय काफी ख़ास है. सबसे ज़्यादा रोचक मानें जाने वाले प्रदेश उत्तरप्रदेश के चुनावों के बाद सभी नज़रे पंजाब के नतीजों को देख रही है. पिछले चुनावों में कांग्रेस को 10 वर्षों के बाद सत्ता का स्वाद चखने को मिला. जहां कांग्रेस के बाद बाकि पार्टियों को पीछे धकेलते हुए पंजाब की विधानसभा में विपक्ष के तौर पर आम आदमी पार्टी उभरी. इसे एक उपलब्धि के तौर पर ही देखा गया. क्योंकि अब तक जैसे राजनितिक इतिहास पंजाब का रहा उसने किसी और पार्टी को अपने विधानी रण में जगह नहीं दी.