Aadhaar Card Data Leak: एक फांस के रिसर्चर का दावा है कि इंडेन गैस एजेंसी का एक स्थानीय पोर्टल असुरक्षित होने के कारण लाखों ग्राहकों की आधार जानकारी लीक हो गई है. कहा गया है कि ये जानकारी पोर्टल पर खुला होने के कारण आराम से उन्हें मिल गई है. उन्हें ग्राहकों की जानकारी के साथ, डीलर और डिस्ट्रिब्यूटर की जानकारी भी मिली है.
नई दिल्ली. एक फ्रांसीसी शोधकर्ता ने दावा किया है कि उसने एक सुरक्षा चूक पता की है जो इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, आईओसी के स्वामित्व वाले एलपीजी ब्रांड इंडेन से जुड़ी है. इस सुरक्षा चूक के कारण लाखों डीलरों और वितरकों की कथित तौर पर आधार संख्या लीक हो गई है. इलियट एल्डरसन नाम के ट्विटर हैंडल चलाने वाले बैपटिस्ट रॉबर्ट पहले भी आधार लीक का पर्दाफाश कर चुके हैं. उन्होंने सोमवार देर रात को एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा कि लगभग 6.7 मिलियन डीलरों और इंडेन के वितरकों का आधार डेटा केवल एक वैध यूजर नेम और पासवर्ड के जरिए सामने आ गया है.
उन्होंने कहा कि स्थानीय डीलरों के पोर्टल में प्रमाणीकरण की कमी के कारण इंडेन ने अपने ग्राहकों के नाम, पते और आधार संख्या को लीक कर दिया है. इंडेन द्वारा एल्डरसन का आईपी ब्लॉक करने से पहले डेटाबेस को स्क्रेप करने के लिए एक कस्टम-निर्मित स्क्रिप्ट का उपयोग करते हुए एल्डरसन ने लगभग 11,000 डीलरों के ग्राहकों का डेटा निकाल लिया. इसमें ग्राहकों के नाम और पते शामिल थे. एल्डरसन ने लिखा, ‘मैंने पाइथन स्क्रिप्ट लिखी है. इस स्क्रिप्ट को चलाने से यह हमें 11062 वैध डीलर आईडी देता है. एक दिन से ज्यादा समय चलने पर मेरी स्क्रिप्ट ने 9,490 डीलरों का परीक्षण किया और पाया कि कुल 5,826,116 इंडेन ग्राहक इस लीक से प्रभावित हैं.’
फ्रांसीसी शोधकर्ता ने अपनी स्क्रिप्ट ब्लॉक होने से पहले 5.8 मिलियन इंडेन ग्राहकों के रिकॉर्ड पाए लिए थे. इस बारे में जानकारी देते हुए एल्डरसन ने कहा ‘दुर्भाग्य से, इंडेन ने शायद मेरे आईपी को ब्लॉक कर दिया इसलिए मैं शेष 1,572 डीलरों का परीक्षण नहीं कर पाया. कुछ गणित करके हम प्रभावित ग्राहकों की अंतिम संख्या का अनुमान 6,791,200 के आसपास लगा सकते हैं.’ लीक की जानकारी मिलने के बाद इंडेन और यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया, यूआईडीएआई ने इस डेटा लीक पर कोई टिप्पणी नहीं की.