नई दिल्ली: जब जनता को कोरोना वायरस से थोड़ा निजात मिलता है तभी कोरोना वायरस कोई न कोई नया रूप में वापस आ जाता है. MERS-कोरोना वायरस का एक नया मामला सामने आया है. विस्तार सोमवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अबू धाबी में संभावित मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम कोरोना वायरस (Middle East Respiratory […]
नई दिल्ली: जब जनता को कोरोना वायरस से थोड़ा निजात मिलता है तभी कोरोना वायरस कोई न कोई नया रूप में वापस आ जाता है. MERS-कोरोना वायरस का एक नया मामला सामने आया है.
सोमवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अबू धाबी में संभावित मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम कोरोना वायरस (Middle East Respiratory Syndrome Coronavirus) के एक मामले की पुष्टि की है. जानकारी के मुताबिक़ जून महीने में अल ऐन शहर के एक अस्पताल में भर्ती 28 वर्षीय व्यक्ति को वायरस से संक्रमित पाया गाया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा बताया जा रहा है कि 108 लोगों की जांच करने पर स्वास्थ्य अधिकारियों को एक MERS कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति मिला है. इस मामले के सामने आने के बाद दुनिया भर में सब लोग इस वायरस के बारे में और जानना चाहते हैं.
MERS-कोरोना वायरस को मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम कोरोना वायरस के नाम से जाना जाता है. इस वायरस का पहला मामला वर्ष 2012 में सऊदी अरबिया में पाया गाय था. यह वायरस कोरोना वायरस या कोविड-19 से अलग बताया जा रहा है. एमईआरएस में पूर्ण रूप से चार प्रोभूजिन होते हैं: न्यूक्लियोकैप्सिड (N) प्रोटीन, स्पाइक (S) प्रोटीन, मेम्ब्रेन (M) प्रोटीन और लिफाफा (E) प्रोटीन. एमईआरएस कोरोना वायरस में S1 और S2 सबयूनिट होते हैं. इन्ही सब कारणों से यह दिखने में कोरोना वायरस जैसा बिलकुल नहीं दिखता.
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट्स और जांच के अनुसार इस वायरस के अब तक कुल 2,605 मामले सामने आये हैं, सामने आए मामलों में से कुल 936 मौतें हुई हैं. रिपोर्ट में बताया गाय है कि ड्रोमेडरी ऊंटों के असुरक्षित संपर्क में आने से सऊदी अरब में ज्यादातर लोग संक्रमित हुए हैं. चिंता विषय यह है कि मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम कोरोना वायरस भी जानवरों और लोगों के बीच फैलता है जोकि एक जूटोनिक वायरस की पहचान है. WHO का कहना है की वायरस को लेकर खोज जारी है अभी भी बहुत सी बातें सामने आनी बाकी हैं.