नई दिल्ली: राजस्थान के अलवर से पाकिस्तान पहुंची अंजू की चर्चा इस समय तेज है. बीते दिन अंजू के जीवन का नया अध्याय भी शुरू हो गया जहां पाकिस्तानी मीडिया की मानें तो भारत की अंजू ने खैबर पख्तूनख्वा के अपर दीर जिले के रहने वाले नसरुल्लाह से निकाह कर लिया है. पाकिस्तानी मीडिया की […]
नई दिल्ली: राजस्थान के अलवर से पाकिस्तान पहुंची अंजू की चर्चा इस समय तेज है. बीते दिन अंजू के जीवन का नया अध्याय भी शुरू हो गया जहां पाकिस्तानी मीडिया की मानें तो भारत की अंजू ने खैबर पख्तूनख्वा के अपर दीर जिले के रहने वाले नसरुल्लाह से निकाह कर लिया है. पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स बताती हैं कि अंजू ने निकाह से पहले अपना धर्म परिवर्तन भी करवाया है. अंजू का नाम बदलकर अब फातिमा रखा गया है. इस खबर के आने के बाद से अंजू के निकाह पर सवाल उठने लगे हैं. अपनी-अपनी राय रखने वाले एक धड़े का कहना है कि अंजू किसी साजिश का शिकार है जहां उसे धोखा दिया जा रहा है.
दूसरी ओर नसरुल्लाह ने एक समाचार चैनल से बातचीत की है जिसमें वह दावा कर रहा है कि अंजू के साथ कोई साजिश नहीं हुई है. नसरुल्लाह ने बताया है कि मीडिया में चल रहीं साजिश की सभी बातें फ़र्ज़ी हैं. उसने कहा कि कोर्ट से हमारी कोई शादी नहीं हुई है जहां हम सुरक्षा मांगने के लिए कोर्ट गए थे. क्योंकि अंजू विदेश से आई है तो उसकी जान को खतरा हो सकता था.
बता दें, नसरुल्लाह और अंजू को पाकिस्तान की कोर्ट ने 50 पुलिसकर्मियों की सुरक्षा भी दी है. वहीं नसरुल्लाह का कहना है कि अंजू बुर्के में इसलिए आई है क्योंकि यह पाकिस्तान का रीति-रिवाज है. नसरुल्लाह ने आगे बताया कि अंजू के तलाक का मामला भारत में चल रहा है वह ये बात जानता है लेकिन वह अंजू से प्यार नहीं करता. अंजू और वह केवल अच्छे दोस्त हैं हालांकि नसरुल्लाह का कहना है कि अगर अंजू चाहें तो वह उससे शादी करने के लिए तैयार है.
अंजू के पिता गया प्रसाद थामस ने कहा कि मुझे कोई जानकारी नहीं है, मुझे उससे कोई लेना देना नहीं है. बेटी की शादी के सवाल पर गया प्रसाद थामस ने कहा कि उसकी पहली शादी 18-19 साल पहले हुई थी. बेटी का मेरे यहां पर आना-जाना होता रहता था, कोई शादी या कार्यक्रम होता था तो आना-जाना लगा रहता था, हालांकि अंजू से अब उनकी इतनी नजदीकी नहीं है. उन्होंने कहा कि अंजू से उनकी बात काफी दिनों से नहीं हुई है. उसकी मां से बात होती रहती है. मुझे तो ये भी नहीं पता है कि उसने कब वीजा और पासपोर्ट बनवाया और कब पाकिस्तान चली गई.