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पश्चिम बंगाल में एक बड़ी आतंकी साजिश नाकाम, दो संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार, अलकायदा से जुड़ रहे तार

  कोसकाता। पश्चिम बंगाल में पुलिस एसटीएफ ने अलकायदा के दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आतंकी को बुधवार को उत्तर 24 परगना के शासन के खरीबाड़ी इलाके से पकड़ा गया है। आतंकियों के खिलाफ यूएपीए के तहत केस दर्ज किया गया है। जानकारी के मुताबिक दोनों बड़ी साजिश को अंजाम देने की […]

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पश्चिम बंगाल
  • August 18, 2022 9:00 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

 

कोसकाता। पश्चिम बंगाल में पुलिस एसटीएफ ने अलकायदा के दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आतंकी को बुधवार को उत्तर 24 परगना के शासन के खरीबाड़ी इलाके से पकड़ा गया है। आतंकियों के खिलाफ यूएपीए के तहत केस दर्ज किया गया है। जानकारी के मुताबिक दोनों बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में थे। गुरुवार को दोनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

दोनों आतंकी की हुई पहचान

बता दें कि पकड़े गए दोनों आतंकियों की पहचान अब्दुर रकीब सरकार उर्फ ​​हबीबुल्लाह उर्फ ​​हरीफ और काजी अहसान उल्लाह उर्फ ​​हसन के रुप में की गई हैं। हरीफ दक्षिण दिनाजपुर के गंगारामपुर का रहने वाला है, जबकि हसन हुगली के आरामबाग का निवासी है। एसटीएफ ने सबसे पहले अब्दुर रकीब को गिरफ्तार किया। फिर उससे पूछताछ की गई और काजी अहसान उल्लाह का पता चला।

वहीं मीडिया रिपॉर्ट के मुताबिक दोनों आतंकियों से पूछताछ के बाद 17 लोगों के नाम सामने आए हैं। गिरफ्तार किए गए दोनों अलकायदा आतंकी हैं। खबर है कि ये कई सालों से प्रतिबंधित आतंकी समूहों के लिए काम कर रहे हैं।

जिहाद का जहर घोलने की तैयारी

दरअसल, अलकायदा संगठन भारत में जिहाद का जहर फैलाने को तैयार है। इस बार सुन्नी आतंकी संगठन ने बांग्ला समेत कई भाषाओं में आचार संहिता प्रकाशित की। मीडिया को एक ऑडियो संदेश में आतंकी संगठन ने अपने सदस्यों के तौर-तरीकों को निर्देश दिया है।

इंटरनेट पर एक बड़ा दुष्प्रचार

खुफिया जानकारी के मुताबिक अलकायदा ने इस्लामिक स्टेट को हराने के लिए इंटरनेट पर एक बड़ा दुष्प्रचार अभियान शुरू किया है। ये संगठन अलग अलग वेबसाइटों के द्वारा जिहाद का जहर फैला रहा है।

वहीं, सेंट्रल इंटेलिजेंस ने कहा कि अगर उन साइटों की पहचान की जाती है और उन्हें बंद कर दिया जाता है तो अलकायदा दूसरे नाम से एक जिहादी वेबसाइट खोल देता है। उनमें से एक दर्जन से अधिक बांग्ला में हैं। उन वेबसाइटों पर संगठन के शीर्ष जिहादी नेताओं के अरबी भाषण का बांग्ला में अनुवाद करके अलकायदा की विचारधारा का प्रचार किया जा रहा है। कुल मिलाकर अलकायदा बंगाल और बांग्लादेश में अपनी जड़ें मजबूत करने के लिए उठ खड़ा हुआ है।

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