नई दिल्ली. बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, यशवंत सिन्हा और शांता कुमार ने बिहार चुनाव में पार्टी की शर्मनाक हार के लिए सबको जिम्मेवार बताने के रवैए पर हमला बोलते हुए कहा कि ये जिम्मेवार लोगों को बचाने की कोशिश है. वरिष्ठ नेताओं ने कहा है कि हार की गहराई से समीक्षा हो और हार की जिम्मेवारी तय हो.
वो लोग हार से पल्ला झाड़ रहे हैं जो जीतने पर श्रेय लेते
साझा बयान में कहा गया है, “बिहार चुनाव के नतीजे बताते हैं कि दिल्ली में शर्मनाक हार से कोई सबक नहीं लिया गया. हार के लिए सभी को जिम्मेवार बताना इस बात की कोशिश है कि इसके लिए किसी को भी जिम्मेवार नहीं ठहराया जा सके. इससे पता चलता है कि बिहार में शर्मनाक प्रदर्शन की जवाबदेही से वो लोग पल्ला झाड़ रहे हैं जो वहां जीत होने पर इसका श्रेय लेते.”
पार्टी को कमोजर करने की गहराई से समीक्षा हो
पार्टी के कामकाज पर तीखा तेवर अपनाते हुए इन नेताओं ने कहा, “पिछले एक साल में पार्टी को जिस तरह से कमजोर किया गया है वो हार का सबसे प्रमुख कारण है. हार के कारण के साथ-साथ पार्टी को मुठ्ठी भर लोगों के सामने नतमस्तक होने के लिए मजबूर करने और आम सहमति के स्वरूप को बर्बाद करने की गहराई से समीक्षा होनी चाहिए. और ये समीक्षा उन लोगों के द्वारा बिल्कुल नहीं होनी चाहिए जिन लोगों ने बिहार के प्रचार को मैनेज किया और उसके लिए जिम्मेदार रहे हैं.
वरिष्ठ नेताओं के इस बयान पर बीजेपी की तरफ से केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, वैंकेया नायडू और नितिन गडकरी ने साझा बयान जारी कर कहा है कि बिहार के नतीजे से पार्टी में सभी चिंतित है. इन लोगों ने कहा है कि पार्टी में वरिष्ठ नेताओं ने ही सामूहिक जवाबदेही की परंपरा शुरु की थी. बयान में कहा गया है कि पार्टी बुजुर्ग नेताओं के मार्गदर्शन का स्वागत करती है और जो कमजोरी है उसे दूर करने की कोशिश करेगी.