पटना. DNA विवाद से शुरू हुआ बिहार के चुनावी अभियान के पटाक्षेप का संदेश है कि बिहार के DNA में NDA नहीं है. नरेंद्र मोदी को चेहरा बनाकर लड़ी BJP तीसरे नंबर पर जाती दिख रही है. लालू का RJD पहले और नीतीश का JDU दूसरे नंबर पर चल रहा है.
ये ख़बर लिखे जाने तक राज्य की तमाम 243 सीटों के रुझान आ चुके हैं और नीतीश-लालू-कांग्रेस का महागठबंधन 154 सीटों पर बढ़त के साथ बहुमत के साथ सरकार बनाता दिख रहा है. RJD 71, JDU 68 और कांग्रेस 15 सीटों पर आगे है.
NDA को महज 79 सीटों पर बढ़त है जिसमें BJP 64 पर आगे हैं. उसकी सहयोगी LJP 8, RLSP 4 और HAM 3 सीटों पर आगे चल रही है. 10 अन्य उम्मीदवार भी आगे हैं. NDA के कई बड़े नेता जैसे नंदकिशोर यादव, जीतनराम मांझी, रामेश्वर चौरसिया भी अपनी सीटों पर पीछे चल रहे हैं.
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने हार मानते हुए कहा कि एनडीए बिहार में विपक्ष की एकता से हारा है. भाजपा उपाध्यक्ष प्रभात झा ने कहा, “हम लोगों के मन को समझने में नाकाम रहे. हमें हमारी चुनावी रणनीति बदलनी होगी.” केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव ने आगे बढ़कर पार्टी की हार की जिम्मेदारी ली है.