शिमला. हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने भाजपा नेता प्रेम कुमार धूमल और उनके परिवार द्वारा अर्जित आय से अधिक संपत्तियों की जांच करने का शुक्रवार को सतर्कता विभाग को आदेश दिया.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सरकार ने धूमल द्वारा हिमाचल में मुख्यमंत्री के रूप में दो कार्यकाल के दौरान अर्जित की गई संपत्तियों के आरोपों की जांच का आदेश दिया है. यह जांच सतर्कता और भ्रष्टाचार निवारक ब्यूरो द्वारा की जाएगी.
उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी धूमल और सांसद अनुराग ठाकुर सहित उनके बेटों को आरोपों पर उनके जवाब के लिए जल्द ही एक प्रश्नावली भेजेगी. धूमल ने अगस्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर अपने और अपने परिवार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के आरोपों की जांच कराने की मांग की थी.
भाजपा द्वारा मीडिया को उपलब्ध कराए गए एक पत्र में धूमल ने कहा है कि कांग्रेस सरकार उनके और उनके परिवार के खिलाफ सत्ता में आने दिसंबर 2012 के बाद से ही एक दुर्भावनापूर्ण अभियान छेड़ रखा है.
सात अगस्त को लिखे गए पत्र में कहा गया है, “पूर्व के मौकों की तरह मेरे और मेरे परिवार के कथित स्वामित्व वाली संपत्तियों की एक सूची राज्य के अतिरिक्त सतर्कता महानिदेशक को भेजी गई है. शिकायत में कोई हलफनामा नहीं है.”
बता दें कि धूमल के बड़े बेटे अनुराग ठाकुर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव हैं और हमीरपुर से तीन बार से सांसद हैं. धूमल के सबसे छोटे बेटे अरुण धूमल हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष हैं. धूमल ने कहा कि 2003 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी कांग्रेस ने उनके खिलाफ इसी तरह के आरोप लगाए थे.