दादरी और दलितों की हत्या पर मोदी की चुप्पी खतरनाक: अरुण शौरी

पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला करते हुए कहा है कि पीएम मोदी दादरी घटना और हरियाणा में दलितों की हत्या जैसे मुद्दों पर चुप्पी साधे हुए हैं. उन्हें असहिष्णुता पर जरूर बोलना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होम्योपैथी विभाग में कोई सेक्शन अधिकारी नहीं हैं और ना ही वे किसी विभाग के अधिकारी हैं. वे देश के प्रधानमंत्री हैं और उनका ये दायित्व बनता है कि देश को नैतिकता और शांति के पथ पर ले जाएं.

Advertisement
दादरी और दलितों की हत्या पर मोदी की चुप्पी खतरनाक: अरुण शौरी

Admin

  • November 3, 2015 1:59 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
नई दिल्ली.  पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला करते हुए कहा है कि पीएम मोदी दादरी घटना और हरियाणा में दलितों की हत्या जैसे मुद्दों पर चुप्पी साधे हुए हैं. उन्हें असहिष्णुता पर जरूर बोलना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होम्योपैथी विभाग में कोई सेक्शन अधिकारी नहीं हैं और ना ही वे किसी विभाग के अधिकारी हैं. वे देश के प्रधानमंत्री हैं और उनका ये दायित्व बनता है कि देश को नैतिकता और शांति के पथ पर ले जाएं. शौरी ने कहा कि दादरी घटना के बाद मोदी ने केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा के जन्मदिन, जेम्स कैमरन के जन्मदिन, मक्का में भगदड़ और अंकारा विस्फोट जैसे मुद्दों पर ट्वीट किया लेकिन दादरी घटना और हरियाणा में दलितों की हत्या पर वे अभी तक चुप्पी साधे हुए हैं और उनकी पार्टी के नेता इस मुद्दे को भुना रहे हैं. 
 
लेखकों के विरोध प्रदर्शन का किया समर्थन
देश में बढ़ रही असहिष्णुता के खिलाफ पुरस्कार लौटा रहे लेखकों और कलाकारों के समर्थन में उतरते हुए उन्होंने कहा कि वे देश की ‘चेतना के प्रहरी’ हैं और उनके इरादों पर सवाल नहीं किया जा सकता. 
 
वित्त मंत्री अरूण जेटली पर किया हमला
वित्त मंत्री जेटली द्वारा 2002 से असिहष्णुता से मोदी के सर्वाधिक पीड़ित होने की बात कहे जाने पर जेटली पर हमला बोलते हुए शौरी ने कहा कि पीएम मोदी को असहिष्णुता का सबसे बड़ा शिकार कहना बहुत खतरनाक हो सकता है.
 
इसके अलावा शौरी ने कहा है कि  पीएम भार्गव जैसे वैज्ञानिकों और इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायणमूर्ति को कैसे उग्र कहा जा सकता है, जिसका इस्तेमाल जेटली ने किया था. इन लोगों ने देश के लिए बहुत सहयोग दिया.
 
लालू के स्तर तक गिर गए पीएम मोदी
एक निजी चैनल से की गई बातचीत में शौरी ने पीएम मोदी पर आरोप लगाया है कि वे अब लालू के स्तर तक गिर गए हैं. जब बिहार में चुनाव शुरू हुए, तो वहां दो संकीर्ण नेता नीतीश कुमार और लालू प्रसाद थे और वहां प्रसिद्ध नेता नरेंद्र मोदी थे. अब जो चुनाव प्रचार हो रहा है उसमें नरेंद्र मोदी अपने आप को लालू के स्तर तक ले आये हैं और अब नीतीश कुमार स्टेट्समैन लगते हैं. मोदी अपनी चुप्पी के परिणामों को महसूस नहीं कर रहे हैं और यह आग न सिर्फ उन्हें बल्कि पूरे देश को जला देगी.  

Tags

Advertisement