नई दिल्लीः भारतवासियों का अपने देश को छोड़कर विदेशी नागरिकता लेने की संख्या साल दर साल बढ़ती ही जा रही है। पिछले 13 साल में 17.50 लाख लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ विदेश की नागरिकता ले ली है। यह रिपोर्ट हेनली प्राइवेट वेल्थ माइग्रेशन ने जारी किया है। रिपोर्ट में भारत छो़ड़ने वाले का […]
नई दिल्लीः भारतवासियों का अपने देश को छोड़कर विदेशी नागरिकता लेने की संख्या साल दर साल बढ़ती ही जा रही है। पिछले 13 साल में 17.50 लाख लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ विदेश की नागरिकता ले ली है। यह रिपोर्ट हेनली प्राइवेट वेल्थ माइग्रेशन ने जारी किया है। रिपोर्ट में भारत छो़ड़ने वाले का नागरिकों का पूरा ब्योरा दिया गया है। साल 2023 में 87,026 लोगों ने भारत की नागरिकता छो़ड़ दी है। उन लोगों ने विदेश की नागरिकता ले ली है।
भारत क्यो छोड़ रहे लोग ?
विदेश मामलों के जानकार डॉ. आदित्य पटेल का कहना है कि भारत की नागरिकता छोड़ने वाले 90 से 95 प्रतिशत लोग बेहतर करियर के तलाश में विदेश में बसते हैं। उन्होंने आगे कहा कि ज्यादातर लोग नौकरीपेशा है और विदेश बसने के मामले में करोड़पति भारतीयों की संख्या केवल 2.5 प्रतिशत है वहीं 97.5 प्रतिशत लोग नौकरीपेशा है। वहीं उनका कहना है कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका जैसे देशों में जाने वाले ज्यादातर लोग अपने निजी कारणों से जाते हैं। साल 2010 तक सालाना 7 प्रतिशत लोग भारत छोड़ रहे थे लेकिन अब 29 प्रतिशत सालाना हो गई है।
भारतीयों को रोकने के लिए क्या कर रही सरकार ?
संसद में एक सवाल का जबाव देते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि ज्यादातर लोग काम के सिलसिले में विदेश जाते हैं और वहां व्यक्तिगत सुविधाओं के चलते रहने लगते हैं। हालांकि भारतीयों का पलायन रोकने के लिए सरकार कई तरह के कदम उठा रही है। मेक इन इंडिया के तहत नागरिकों को बेहतर करियर विकल्प देने की कोशिश हो रही है। विदेश मामलों के जानकार डॉ. आदित्य पटेल का कहना है कि भारत की नागरिकता छोड़ने वाले 90 से 95 प्रतिशत लोग बेहतर करियर के तलाश में विदेश में बसते है।