नई दिल्ली. देश में बढ़ती सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं, दादरी कांड और लेखकों की हत्या पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने फिर कहा,‘बहुलतावाद हमारी सामूहिक शक्ति है जिसे किसी भी कीमत पर संरक्षित किया जाना चाहिए. भारत अपनी समावेशी और सहिष्णुता की शक्ति के कारण फला-फूला है.’
दिल्ली उच्च न्यायालय के स्वर्ण जयंती समारोह में राष्ट्रपति ने कहा,‘हमारा देश समावेशी शाक्ति और सहिष्णुता के कारण फला-फूला है. हमारे बहुलतावादी चरित्र ने समय की कई परीक्षाएं पास की हैं. हमारी पुरातन सभ्यता ने सदियों से हमारी विविधता को समाहित किया हुआ है.’
देश की न्याय व्यवस्था पर राष्ट्रपति ने कहा कि लोग जितना भरोसा न्यायालय पर करते हैं उसका विश्वास हमेशा न्यायालय को बनाए रखना चाहिए. इस कार्यक्रम में भारत के प्रधान न्यायाधीश एच. एल. दत्तू, दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जी. रोहिणी, दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शामिल हुए.