नई दिल्ली. सरदार वल्लभ भाई पटेल की 140 वीं जयंती के अवसर पर राजपथ पर आयोजित समारोह में पीएम मोदी ने लोगों को एकता की शपथ दिलाई. पीएम मोदी ने कहा कि एकता का मंत्र ही सबसे बड़ी शक्ति है.
‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि सरदार पटेल का नाम लौह पुरुष के तौर पर किसी अखबार में नहीं छपा, उन्हें सर्टिफिकेट नहीं मिला फिर भी लोग उनको लोह पुरूष कहते हैं. उन्होंने कहा कि देश के लिए उनका योगदान कम नहीं आंका जा सकता. चाणक्य के बाद सरदार पटेल ने ही देश को एकसूत्र में बांधने का काम किया था.
पीएम मोदी ने कहा कि सरदार पटेल के भारत को श्रेष्ठ भारत बनाना हम सबका कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि देश में सबसे पहले स्वच्छ भारत अभियान पटेल ने ही चलाया था. पटेल ने अहमदाबाद का मेयर बनने के बाद 222 दिन तक इस अभियान को चलाया था. मोदी ने कहा कि एक शहर के लिए इतने दिनों तक अभियान चलाना बड़ी बात है.
आगे बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश का विकास करना है तो कश्मीर से कन्याकुमारी तक हम सबको एकता, शांति, सद्भावना के मंत्र का पालन करना होगा. उन्होंने कहा कि केंद्र की एक योजना है- ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ योजना. हर साल एक राज्य अपने आप को दूसरे राज्य के साथ जोड़े. एक राज्य के बच्चे, दूसरे राज्य की भाषा, संस्कृति, खान-पान सीखें. देश की एकता को जोड़ने का यह सहज उपक्रम होगा.
लोगों को दिलाई एकता की शपथ
मैं सत्यनिष्ठा से शपथ लेता हूं कि मैं राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए स्वयं को समर्पित करूंगा. मैं अपने देशवासियों के बीच यह संदेश फैलाने का भी भरसक प्रयास करूंगा. मैं यह शपथ अपने देश की एकता की भावना से ले रहा हूं. जिसे सरदार वल्लभ भाई पटेल की दूरदर्शिता एवं कार्यों द्वारा संभव बनाया जा सका. मैं अपने देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान करने का भी सत्यनिष्ठा से संकल्प करता हूं. भारत माता की जय.